
VIT Bhopal:भोपाल के नजदीक सीहोर जिले में स्थित VIT (Vellore Institute of Technology) के कैंपस में बीती रात हालात बेकाबू हो गए। हॉस्टल में कथित तौर पर खराब खाना और दूषित पानी मिलने के बाद लगभग 100 छात्रों की तबीयत बिगड़ गई। कॉलेज सूत्रों के अनुसार, पीलिया से तीन छात्रों की मौत हुई है, हालांकि प्रशासन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। बंसल न्यूज भी छात्रों के मौत की पुष्टि नहीं करता है। आरोपों और अव्यवस्थाओं पर जब छात्रों को संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो रात में हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए। छात्रों का कहना है कि कॉलेज में घटिया पानी और खाने के कारण कई छात्रों को पीलिया हो गया है। हालत बिगड़ने के वजह से कई छात्र अस्पताल में भर्ती हैं। मौत की खबर के बाद ही छात्रों का उग्र प्रदर्शन शुरू हुआ।
हालांकि कॉलेज प्रशासन ने पीलिया से छात्रों की मौत की खबरों को भ्रामक बताया है और कहा कि मौत की ऐसी कोई भी घटना कॉलेज परिसर में नहीं हुई है।
छात्रों ने कैंपस में हिंसा और आगजनी की
स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब लगभग 4000 छात्र कॉलेज परिसर में इकट्ठा हो गए। विरोध उग्र हो गया और कई जगह तोड़फोड़ शुरू हो गई। छात्रों ने गुस्से में एक बस, बाइक और एम्बुलेंस को नुकसान पहुंचाया। कैंपस के आरओ प्लांट, हॉस्टल की खिड़कियों और प्रशासनिक विंग के बाहर भी तोड़फोड़ की गई। आगजनी की घटनाओं ने रात भर पूरे कैंपस को दहशत में रखा। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस टीमों ने काफी देर बाद स्थिति पर काबू पाया।
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हॉस्टल में मिल रहा खराब खाना
छात्रों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से हॉस्टल में लगातार खराब खाना परोसा जा रहा था और पानी भी ठीक तरीके से फिल्टर नहीं होता था। कई छात्रों को उल्टी, चक्कर और कमजोरी जैसी शिकायतें हुईं। छात्रों ने दावा किया कि जब वे अस्पताल ले जाए गए, तो स्टाफ ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। छात्रों ने कहा कि इस खराब व्यवस्था के कारण छात्रों को पीलिया हो गया है।
हॉस्टल के छात्रों ने यह भी कहा कि जैसे ही उन्होंने भोजन और पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठाए, हॉस्टल स्टाफ और गार्ड्स ने उनसे बदसलूकी की। छात्रों का आरोप है कि उन्हें चुप रहने के लिए धमकाया गया और किसी तरह की शिकायत बाहर न जाने देने का दबाव बनाया गया। कुछ छात्रों ने साफ कहा कि उनके साथ मारपीट भी की गई, जिससे गुस्सा भड़क उठा और विरोध हिंसक रूप ले गया।
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मामले को दबाने की कोशिश का दावा
कई छात्रों ने शिकायत की कि प्रबंधन ने लगातार मामले को दबाने की कोशिश की। किसी भी शिकायत पर स्पष्ट जवाब नहीं मिला। यूनिवर्सिटी स्तर पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन वहां से भी कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला। इसी उपेक्षा और अनदेखी की वजह से रात होते-होते पूरा कैंपस उग्र प्रदर्शन का केंद्र बन गया। छात्र हॉस्टल और मुख्य प्रवेश द्वार पर एकत्रित होकर प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाते रहे।
भारी पुलिस बल तैनात
रात बढ़ते तनाव को देखते हुए पांच थानों से पुलिस बल बुलाया गया। आष्टा, जावर, पार्वती, कोतवाली और मंडी थानों की टीमें कैंपस पहुंचीं। एसडीओपी और एसडीएम ने मौके पर मौजूद छात्रों से बातचीत की और स्थिति को शांत करने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब हालात नियंत्रण में हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी रात निगरानी रखी गई।
30 नवंबर तक कॉलेज बंद
एसपी दीपक शुक्ला ने कहा कि फिलहाल परिसर में वातावरण सामान्य है। सुरक्षा को देखते हुए 30 नवंबर तक कॉलेज में अवकाश घोषित कर दिया गया है। कई छात्र अपने घरों को रवाना भी हो गए हैं। अधिकारियों के अनुसार, हॉस्टल में मौजूद बीमार छात्रों की सूची तैयार की जा रही है और उनसे आवेदन लेकर समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
वीआईटी के छात्र पानी और खाने की समस्या को लेकर परेशान में थे। जब उन्होंने इसे लेकर मैनेजमेंट से बात की, तो दोनों के बीच किसी भी तरह का समाधान नहीं मिलने पर बहस बढ़ गई। घटना की जानकारी के बाद पुलिस बल कैंपस पहुंचा था। रात को 4 हजार से ज्यादा छात्रों ने प्रदर्शन किया। हालांकि मौके पर पुलिस पहुंची, फिलहाल स्थिति नियंत्रित में हैं। अभी भी पुलिस बल तैनात है।
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प्रशासन ने दिया स्पष्टीकरण
वीआईटी कॉलेज के रजिस्टार केके नायर का कहना है कि समाचार पत्रों द्वारा विवरण दिया गया है कि कॉलेज में तीन छात्रों की मौत हुई है ये पूर्णत: गलत है। कुछ छात्रों को ज्वाइंडिस की शिकायत हो गई है, जिनका अस्पताल मेें इलाज चल रहा है।
पीसीसी चीफ ने दिया बयान
मध्य प्रदेश कांग्रेस पीसीसी चीफ ने कहा कि यह सिर्फ संस्थान ही नहीं, बल्कि सरकार और पूरे सिस्टम की नाकामी है। मोटी फीस लेने के बाद भी जब बच्चों को साफ पानी और शुद्ध भोजन जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलतीं, तो इसे सीधा अपराध माना जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार बच्चों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस विद्यार्थियों के साथ खड़ी रहेगी और न्याय की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेगी, क्योंकि प्रदेश का भविष्य किसी लापरवाही की भेंट नहीं चढ़ने दिया जा सकता।
प्रदेश के बड़े शिक्षण संस्थान VIT में व्यापक स्तर पर पीलिया फैल गया है। भोपाल सहित आष्टा और सीहोर के अस्पतालों में विद्यार्थी भारी संख्या में भर्ती है। कई बच्चों के गंभीर होने का भी समाचार है।
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) November 26, 2025
यह शिक्षण संस्थान के साथ सरकार और सिस्टम की भी नाकामी है। मोटी फीस लेकर भी यदि संस्थान… pic.twitter.com/5FCv9saS3S
प्रबंधन और छात्रों की आज बैठक
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि छात्रों की शिकायतों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। आज कॉलेज प्रबंधन, प्रशासन और छात्रों की संयुक्त बैठक होगी। एसडीओपी आकाश अमलकर ने बताया कि कैंपस में पर्याप्त पुलिस बल तैनात है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
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