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Bhopal AI ChatGPT Users: ओपनएआई की सालाना रिपोर्ट Your Year with ChatGPT – 2025 में भारत में एआई इस्तेमाल के एक नए रुझान की झलक मिली है। रिपोर्ट बताती है कि राजधानी-स्तरीय शहरों में, खासकर भोपाल में, ऐसे लोग जो गवर्नेंस, अर्बन पॉलिसी और शहर की योजनाओं से जुड़े हैं, वे एआई का गहराई से इस्तेमाल कर रहे हैं। यह उपयोग केवल पढ़ाई या कोडिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि लंबे समय की योजना और रणनीति बनाने में एआई को एक अहम साथी की तरह अपनाया जा रहा है। Your Year with ChatGPT – 2025
भोपाल AI यूजर्स हैं Strategist Archetype
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रिपोर्ट के अनुसार भोपाल से जुड़े एक केस स्टडी ने दिखाया कि यहां कुछ उपयोगकर्ता वैश्विक स्तर पर टॉप 1% कैटेगरी में आते हैं। इनकी सालभर की एआई गतिविधि में 11,000 से ज्यादा संदेश, 76 लंबी बातचीत वाली थ्रेड्स और करीब 466 एआई-जनरेटेड विजुअल्स शामिल हैं। ओपनएआई ने इन्हें Strategist Archetype कहा है, जो दुनिया के सिर्फ करीब 3.6% उपयोगकर्ताओं में आता है। भारत में ऐसे उपयोगकर्ताओं की संख्या बहुत कम है, और इनमें भोपाल जैसे राजधानी शहरों का योगदान काफी अहम है। Strategist Archetype India
गवर्नेंस और अर्बन प्लानिंग का इस्तेमाल
भोपाल में वे लोग जो गवर्नेंस, मिडिल लेवल प्रशासन, अर्बन डेवलपमेंट या शहर की योजनाओं पर काम करते हैं, वे एआई का उपयोग गहरी रिसर्च, डेटा-बेस्ड आइडिया और सार्वजनिक हित पर आधारित सोच को आगे बढ़ाने के लिए कर रहे हैं।
शहर के विकास, heritage-protection, पर्यावरण संतुलन और राजधानी की इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरतों जैसे विषयों पर एआई का इस्तेमाल बढ़ा है।
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भोपाल की नागरिक पहल Kamaal Ka Bhopal ने भी एआई का उपयोग शहर की पहचान, mobility और future planning से जुड़े कई मुद्दों पर गहरी बातचीत के लिए किया है। यह पैटर्न देश में अभी बहुत कम दिखाई देता है और एक छोटे, लेकिन प्रभावशाली long-tail उपयोगकर्ता समूह में मिलता है।
AI यूजर्स का लोंग-टेल पैटर्न
भारत में अधिकतर लोग एआई को छोटे काम, त्वरित जवाब और हल्के उपयोग के लिए अपनाते हैं। लेकिन एक छोटा समूह, जिसमें भोपाल जैसे शहरों के नीति-उन्मुख लोग शामिल हैं, एआई का लंबे समय तक, योजनाबद्ध और सोच-समझकर उपयोग कर रहे हैं। यह श्रेणी आने वाले समय में सरकारी नीतियों, शहरों की प्लानिंग और public engagement के तरीके को काफी बदल सकती है।
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MP सरकार की नीतियों पर इसका असर
यह रिपोर्ट सिर्फ उपयोग के आंकड़े नहीं दिखाती, बल्कि यह बताती है कि एआई कैसे राजधानी शहरों की गवर्नेंस को प्रभावित कर रहा है। भोपाल में smart-city projects, lake management, heritage areas की सुरक्षा और नई mobility योजनाओं जैसे कामों में एआई-आधारित सोच की भूमिका बढ़ रही है। शहरी विकास से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह नया डिजिटल पैटर्न आने वाले वर्षों में मध्य प्रदेश सरकार की नीतियों को और आधुनिक, डेटा-आधारित और सहभागी बना सकता है।
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भारत में AI यूजर्स की स्थिति
ओपनएआई की रिपोर्ट का अनुमान है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े ChatGPT user bases में से एक है, लेकिन गवर्नेंस या strategist-level उपयोगकर्ता अभी बेहद कम हैं। अनुमान के अनुसार:
- भारत में टॉप 1% उपयोगकर्ता 4–6 लाख के बीच
- Strategist Archetype उपयोगकर्ता 1–1.6 लाख
- और गवर्नेंस या राजधानी-स्तर पर एआई का गहरा उपयोग करने वाले इससे भी कम
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