अंतागढ। बीते 21 अक्टूबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दो नक्सलियों के शव बरामद किए थे। पुलिस ने दावा किया था। मारे गए दोनों व्यक्ति नक्सली थे। इस मामले का ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए कहा था कि मारे लोग आम रहवासी थे जो गांव में ही रहा करते थे।
अब तक जांच शुरु नहीं
गांव का विरोध देख कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की थी। जिसने अब तक जांच शुरु नहीं की है। इसलिए आज नाराज ग्रामीण बड़ी संख्या तहसील कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंचकर लोगों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
आदिवासी समाज ने की ये मांग
आदिवासी समाज ने इस जांच टीम में सर्व आदिवासी समाज के कोयलीबेड़ा इकाई, जिला स्तर और ब्लॉक स्तर के सामाजिक कार्यकर्ताओं को शामिल करने की मांग है। ताकि जांच के बिंदुओं में पारदर्शिता बन सके। यह जांच अंतागढ़ एसडीएम की अगुवाई में होगी और उन्हें 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने कहा गया है।
मारे लोग आदीवासी थे
इस दौरान ग्रामीणों का कहना है कि कोयलीबेड़ा में रोजमर्रा के सामान खरीदने आए आदिवासियों को परिवार समेत पकड़ा गया था। जब वे सब अपने घर वापस लौट रहे थे। तभी उन्हें जंगल में सुरक्षा बलों ने घेर लिया गया। इसमें से 5 महिलाओं को अलग कर दिया गया था और 2 अबुझमाड़िया आदिवासियों को जंगल में ले जाकर यातना दी गई।
ग्रामीण ने कहा फर्जी मुठभेड़ हुई
इसके साथ ही ज्ञापन देने आए लोगों ने कहा दोनों युवकों को नक्सलियों की वर्दी पहनाकर गोली मारी गई थी। पुलिस वालों ने आदिवासियों को फर्जी मुठभेड़ में मारने के बाद सबूत नष्ट करने के लिए उनके कपड़े जला दिए। कथित रूप से माओवादी शिविर से बरामद बंदूकों और समानों को इन युवकों का बता दिया।
ये भी पढ़ें:
Rashid Khan Surgery: क्रिकेटर राशिद खान की हुई कमर की सर्जरी, क्रिकेट बोर्ड ने जानकारी की साझा
MP Weather Update: 26 नवंबर से बदलेगा प्रदेश का मौसम, इन 18 जिलों में गिरेगा पहला मावठा
Delhi Air Quality: आज सुबह 8 बजे 400 के पार गया जहरीली हवा का स्तर, लगातार हो रही है बढ़ोत्तरी
अंतागढ न्यूज, छत्तीसगढ़ न्यूज, गोमे मुठभेड़ मामला, नक्सली पुलिस मुठभेड़ अंतागढ़, कोयलीबेड़ा आदीवासी, Antagarh News, Chhattisgarh News, Gome encounter case, Naxalite police encounter Antagarh, Koylibera tribals