/bansal-news/media/media_files/2025/12/12/jpg-2025-12-12-10-59-18.jpg)
lucknow ed action
Lucknow ED Action: लखनऊ से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate - ED) ने कफ सिरप तस्करी सिंडिकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है। ईडी की यह छापेमारी अचानक और तेज रफ्तार में की गई, जिसके बाद पूरे नेटवर्क में हड़कंप मच गया है। एजेंसी ने उन सभी लोगों और ठिकानों को निशाने पर लिया है, जिन पर तस्करी, हवाला और अंतरराष्ट्रीय लिंक से जुड़ी गतिविधियों का शक था।
छह राज्यों के 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
शुक्रवार सुबह से ही ईडी की टीमों ने अलग-अलग शहरों में धावा बोल दिया। लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, सहारनपुर, रांची और अहमदाबाद में कुल 25 लोकेशनों पर एक साथ छापेमारी शुरू की गई। यह अभियान पिछले कई महीनों से जुटाई गई खुफिया जानकारी और वित्तीय लेन-देन के डिजिटल रिकॉर्ड के आधार पर तैयार किया गया था। सूत्रों के अनुसार यह नेटवर्क भारत से माल को बांग्लादेश और नेपाल की ओर भेजने के लिए कफ सिरप का गलत इस्तेमाल करता था। तस्करी में शामिल गिरोह हवाला के जरिए पैसे ट्रांसफर करता था ताकि पैसों का कोई वैध रिकॉर्ड न बन सके।
यह भी पढ़ें: UP SIR Deadline Extended: चुनाव आयोग ने SIR की समयसीमा बढ़ाई, 31 दिसंबर तक भर सकेंगे फॉर्म
हवाला और फॉरेन लिंक की जांच में जुटी ED
ईडी इस समय सिंडिकेट (cough-syrup-smuggling-syndicate case) के हवाला रूट, विदेशों से संपर्क और पैसों के प्रवाह का पूरा नेटवर्क खंगाल रही है। जांच में डिजिटल लेन-देन, विदेशी पैसे का रिकॉर्ड और कथित बैंक खातों की जानकारी भी शामिल है। एजेंसी को शक है कि यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था और देश के कई राज्यों में फैला हुआ था। कई संदिग्धों ने संपत्ति और कैश को छुपाने के लिए फर्जी कंपनियों (Shell Companies) का भी इस्तेमाल किया।
ये भी पढ़ें - UP IAS Transfer 2025: लखनऊ में दो IAS अफसरों का ट्रांसफर, अखण्ड सिंह अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी बनें
बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह के ठिकाने पर भी छापा
इस छापेमारी की सबसे बड़ी कार्रवाई लखनऊ में हुई, जहां ईडी की टीम बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह (Dismissed Constable Alok Singh) की आलीशान कोठी पर पहुंची। आलोक सिंह पर आरोप है कि वह इस पूरे कफ सिरप तस्करी रैकेट से कहीं न कहीं जुड़ा हुआ था और उसने अवैध तरीके से संपत्ति बनाई। ईडी की टीम ने उनके घर से दस्तावेज, मोबाइल फोन, हार्ड डिस्क और कुछ कैश सीज किए हैं। जांच अधिकारियों ने बताया कि इन डिवाइसों से नेटवर्क के और कई लिंक सामने आ सकते हैं।
सिंडिकेट लंबे समय से सक्रिय, कई आरोपियों की तलाश
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह सिंडिकेट दवाओं का गलत इस्तेमाल करते हुए उन्हें नशे के लिए बेचता था। इसके लिए कफ सिरप को सीमावर्ती इलाकों से बाहर तस्करी किया जाता था। कई आरोपी फरार हैं और ईडी उनकी लोकेशन ट्रैक कर रही है।
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/12/01/2025-12-01t081847077z-new-bansal-logo-2025-12-01-13-48-47.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें