Advertisment

रिटायर्ड रेलकर्मी की भूख से मौत.. बेटी बनी जिंदा कंकाल: महोबा में नौकर दंपती ने बाप-बेटी को 5 साल बनाया बंधक, झकझोर देगी ये कहानी

महोबा में एक रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी और उसकी मानसिक रूप से बीमार बेटी को नौकर दंपती द्वारा सालों तक कैद में रखने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। बुजुर्ग की मौत के बाद खुली इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है।

author-image
Shaurya Verma
mahoba Retired Railway Employee Death captive daughter skeleton by servant Couple hindi zxc  (1)

Mahoba Retired Railway Employee Death: महोबा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी और उसकी मानसिक रूप से बीमार बेटी को उनके ही नौकर दंपती द्वारा सालों तक कैद में रखने का आरोप लगा है। बुजुर्ग की मौत के बाद यह मामला उजागर हुआ और घर से मिली उनकी बेटी की हालत ने सभी को झकझोर दिया। जिला पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है।

Advertisment

कैद में बुजुर्ग की दर्दनाक मौत

शहर कोतवाली क्षेत्र की हिंद टायर गली में रहने वाले रेलवे से सेवानिवृत्त सीनियर क्लर्क (Senior Clerk) ओमप्रकाश सिंह राठौर, उम्र 70 वर्ष, अपनी 27 वर्षीय मानसिक रूप से विक्षिप्त बेटी रश्मि के साथ रहते थे। उनकी पत्नी की मौत वर्ष 2016 में हो चुकी थी। देखभाल के लिए ओमप्रकाश ने चरखारी निवासी नौकर रामप्रकाश कुशवाहा और उसकी पत्नी रामदेवी को काम पर रखा था। आरोप है कि इसी दंपती ने धीरे-धीरे घर पर कब्जा कर लिया और पिता-पुत्री को नीचे के कमरों में बंद कर दिया। परिजन मिलने आते तो नौकर दंपती बहाने बनाकर उन्हें लौटा देता कि वे किसी से मिलना नहीं चाहते।  Mahoba Servant Couple Captive Case

ये भी पढ़ें - सोनभद्र: कफ सिरप तस्करी गिरोह के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन, शुभम जायसवाल समेत चार पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित

सोमवार को ओमप्रकाश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने पर जब परिजन घर पहुंचे, तो अंदर का नजारा देख उनके होश उड़ गए। ओमप्रकाश का शरीर अत्यधिक कुपोषण के कारण पूरी तरह सूख चुका था। वहीं उनकी बेटी रश्मि एक अंधेरे कमरे में नग्न और असहाय हालत में मिली, जैसे महीनों से भूखी-प्यासी हो। वह किसी बुजुर्ग की तरह कंकाल जैसी दिख रही थी और उसके शरीर पर मांस का नामोनिशान नहीं था। परिजनों ने उसे तुरंत अपने साथ ले जाकर देखभाल शुरू कर दी है। Servant Couple Crime  

Advertisment

ये भी पढ़ें - सोनभद्र: कफ सिरप तस्करी गिरोह के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन, शुभम जायसवाल समेत चार पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित 

नौकर दंपती का संपत्ति कब्जाने की साजिश 

ओमप्रकाश के भाई अमर सिंह का आरोप है कि नौकर दंपती ने पूरी घटना सुनियोजित तरीके से अंजाम दी। उन्हें संदेह है कि मकान और बैंक बैलेंस हड़पने के लिए नौकर ने पिता-पुत्री को कैद में रखा, खाना नहीं दिया और इलाज से भी वंचित रखा। परिजनों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से नौकर मिलने नहीं देता था, लेकिन उन्होंने भरोसा किया कि ओमप्रकाश स्वेच्छा से किसी से मिलना नहीं चाहते। वहीं स्थानीय लोग भी इस बात से सदमे में हैं कि किसी प्रतिष्ठित रेलकर्मी के साथ इस तरह की अमानवीय हरकत हो सकती है।

पड़ोसियों ने बताया कि नौकर दंपती ऊपर के कमरों में आराम से रहते थे और नीचे बंद पिता-पुत्री की हालत दयनीय होती जा रही थी। कई बार आसपास के लोगों ने उनकी स्थिति जानने की कोशिश की, लेकिन नौकर ने उन्हें बहला-फुसलाकर वापस भेज दिया।  Mahoba Crime Case

Advertisment

ये भी पढ़ें - यूपी मौसम: पूर्वी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान में गिरावट के आसार, कई जिलों में विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम

पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव

ओमप्रकाश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सीओ अरुण कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट होगा। उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय तक किसी को कैद में रख पाना सामान्य परिस्थिति में संभव नहीं लगता, इसलिए पुलिस सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है।

परिजनों के सामने यह सवाल भी उठ रहा है कि जब वर्षों तक ओमप्रकाश और उनकी बेटी से मिलने नहीं दिया गया, तो परिवार ने मजबूरन पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की। हालांकि, परिवार का कहना है कि नौकर उनकी मानसिक स्थिति का हवाला देकर हर बार उन्हें भ्रमित करता था। 

Advertisment

ये भी पढ़ें - CBSE Board Datesheet 2026: CBSE बोर्ड ने बदली 10वीं-12वीं के एग्जाम की डेट, कौन से पेपर हुए शिफ्ट, जानें नई तारीख

Mahoba Retired Railway Employee Death Mahoba Crime Case Mahoba Retired Railway Employee Servant Couple Crime Mahoba Servant Couple Captive Case
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें