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रिपोर्ट : अनुराग श्रीवास्तव
Kanpur Leather Scam: कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र में चमड़ा कारोबार से जुड़ा एक बड़ा ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें करीब 2.86 करोड़ (2.86 Crore Leather Fraud Kanpur) रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। पीड़ित चमड़ा कारोबारी शमशेर आलम ने मशहूर ब्रांड बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार अहमद उर्फ बाबा बिरयानी, उसके बेटे महफूज और गुडविल टेनरी से जुड़े छह अन्य लोगों के खिलाफ जाजमऊ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। Jajmau Leather Industry Scam
यह मामला वर्ष 2016 से 2024 तक चली लंबी धोखाधड़ी का है, जिसमें आरोपियों ने पीड़ित से लगातार कच्चा चमड़ा लिया लेकिन भुगतान नहीं किया। जब बकाया रकम की मांग की गई तो धमकियां दी जाने लगीं। Kanpur Fraud Case
सालों तक खरीदा कच्चा माल

जानकारी के अनुसार शमशेर आलम 'नूर हाइड' कंपनी के नाम से कच्चे चमड़े का कारोबार करते हैं। उनकी शिकायत के अनुसार, व्यापारिक संबंधों के दौरान बाबा बिरयानी (Baba Biryani Owner FIR )और उसके बेटे महफूज ने उन्हें जाजमऊ की गुडविल टेनरी के मालिकों और उनके परिवार से मिलवाया। आरोप है कि बाबा बिरयानी ने दबंगई दिखाते हुए पीड़ित को मजबूर किया कि वह अपना सारा कच्चा चमड़ा केवल इसी टेनरी को सप्लाई करे। सालों तक यह सिलसिला चलता रहा, लेकिन भुगतान नहीं हुआ। कुल बकाया रकम 2.86 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
टेनरी बेचकर रकम हड़पने का दावा
पीड़ित का सबसे गंभीर आरोप यह है कि आरोपियों ने आपसी मिलीभगत से गुडविल टेनरी को फर्जी तरीके से बेच दिया। उससे प्राप्त रकम को आपस में बांट लिया। शमशेर आलम ने बताया कि जब उन्होंने बकाया पैसा मांगा तो उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलीं। स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई न होने पर उन्होंने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की, जिसके बाद जाजमऊ थाने में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और धमकी देने की धाराओं में FIR दर्ज हुई।
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जाजमऊ कानपुर का प्रमुख चमड़ा उद्योग क्षेत्र है, जहां सैकड़ों टेनरियां संचालित हैं। यहां कच्चे चमड़े की सप्लाई और प्रोसेसिंग का बड़ा कारोबार होता है। इस मामले ने स्थानीय कारोबारियों में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि ऐसे विवाद अक्सर दबंगई और साजिश से जुड़े होते हैं।
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बाबा बिरयानी का विवादित इतिहास
मुख्तार अहमद उर्फ बाबा बिरयानी कानपुर में अपनी बिरयानी चेन के लिए मशहूर हैं, लेकिन उनका नाम पहले भी कई विवादों में आ चुका है। साल 2022 में कानपुर हिंसा मामले में उन पर फंडिंग का आरोप लगा था और पुलिस ने कार्रवाई की थी। अब यह नया आर्थिक अपराध का मामला उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है।
पुलिस ने सभी पेहलुओं से जांच शुरू
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आशुतोष कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है। यदि ठगी और साजिश के प्रमाण मिले तो कड़ी कार्रवाई होगी। पुलिस ने टेनरी की बिक्री से जुड़े दस्तावेजों की भी पड़ताल शुरू कर दी है।
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