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NEET Admission 2026: देश में पैरामेडिकल और एलाइड हेल्थ शिक्षा को मेडिकल मानकों के बराबर लाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। नेशनल कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थकेयर प्रोफेशंस (NCAHP) ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि सत्र 2026-27 से फिजियोथेरेपी, ऑक्यूपेशनल थैरेपी और कई प्रमुख एलाइड-हेल्थकेयर कोर्स में दाखिला अब नीट (NEET) के जरिए होगा। अभी तक इन कोर्स में सीधी प्रवेश प्रक्रिया लागू थी, जिसे कई राज्यों में सबसे कमजोर कड़ी माना जाता था।
13 नए करिकुलम जारी किए गए
आयोग के अनुसार 13 नए करिकुलम जारी किए जा चुके हैं और बाकी तैयार किए जा रहे हैं। सभी करिकुलम में प्रवेश का पहला आधार नीट स्कोर को रखा गया है, ताकि पूरे देश में एक समान, पारदर्शी और नियंत्रित प्रवेश प्रक्रिया लागू हो सके। पिछले मूल्यांकन में पाया गया था कि इन कोर्स में ढीली और असमान प्रवेश प्रणाली के कारण क्वालिटी पर सीधा असर पड़ रहा है। इसे देखते हुए सेंट्रल और स्टेट बोर्ड को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूल स्तर पर भी नई व्यवस्था की जानकारी छात्रों तक पहुंचाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अपर सचिव राजेंद्र सिंह सिद्धू ने कहा कि यह पूरी व्यवस्था सत्र 2026-27 से लागू होगी।
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किन कोर्स में अब नीट से प्रवेश होगा
नीट आधारित प्रवेश बीएससी मेडिकल रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी, बीएससी रेडियोथैरेपी टेक्नोलॉजी, लैब टेक्नोलॉजी, एनेस्थीसिया टेक्नोलॉजी, ओटी टेक्नोलॉजी सहित अधिकांश एलाइड और हेल्थकेयर कोर्स में लागू होगा। मध्य प्रदेश पैरामेडिकल काउंसिल हर साल करीब 52 कोर्स की मंजूरी देती है, जिनमें लगभग 50 हजार छात्रों को प्रवेश मिलता है। नई व्यवस्था लागू होने के बाद इन सभी कोर्स में मानकीकरण, क्वालिटी सुधार और फर्जीवाड़ों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी।
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