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Bhopal News: नेशनल शूटिंग खिलाड़ी ने शस्त्र लाइसेंस बनवाते समय छिपाई जानकारी, मारपीट मामले का रिकॉर्ड मौजूद

नेशनल शूटिंग खिलाड़ी साहिब उर्रहमान ने 2018 का मारपीट केस छुपाकर शस्त्र लाइसेंस लिया था। जांच में गड़बड़ी पकड़ी गई तो पुलिस ने धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट में केस दर्ज किया।

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Wasif Khan
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Bhopal Shooting Case: भोपाल में राइफल शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी साहिब उर्रहमान के खिलाफ शस्त्र लाइसेंस प्राप्त करते समय अपराध छुपाने का मामला उजागर हुआ है। जांच में पता चला कि उन्होंने आवेदन देते समय शपथ पत्र में खुद को अपराध मुक्त बताया था, जबकि उनके खिलाफ 2018 में दर्ज हुए मारपीट के मामले का रिकॉर्ड मौजूद है। कोहेफिजा पुलिस ने अब उनके खिलाफ धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट उल्लंघन का केस दर्ज कर लिया है।

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चार महीने पहले जांच में सामने आई थी पहली गड़बड़ी

शस्त्र लाइसेंसों की समीक्षा के दौरान लगभग चार महीने पहले साहिब उर्रहमान के लाइसेंस में अनियमितता मिली थी। कलेक्टर द्वारा की गई जांच में स्पष्ट हुआ कि आवेदन में दी गई जानकारी तथ्यात्मक रूप से गलत है। इसके आधार पर प्रशासन ने उनका लाइसेंस निरस्त कर दिया था। साहिब का लाइसेंस वर्ष 2023 में थाना शाहजहांनाबाद से जारी हुआ था। इसके बावजूद पुलिस सत्यापन (Police Verification) में 2018 का पुराना केस सामने नहीं आया, जिससे पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं।

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2018 के मारपीट मामले को पूरी तरह छुपाया गया

कोहेफिजा पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, 3 फरवरी 2018 को चौकसे नगर निवासी जोहेब अकबर की शिकायत पर साहिब उर्रहमान, जिबरान, हामिद और अन्य के खिलाफ रास्ता रोककर मारपीट का केस दर्ज किया गया था। आरोपियों पर बल प्रयोग और धमकाने की धाराएं लगी थीं। इस मामले में साहिब की गिरफ्तारी भी हुई थी। इसके बावजूद उन्होंने 2021 में शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय इस केस का उल्लेख नहीं किया और खुद को निर्दोष बताया।

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लाइसेंस प्रक्रिया की पारदर्शिता पर भी उठे सवाल

शस्त्र लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया कई स्तरों से गुजरती है। आवेदन की प्रारंभिक जांच कलेक्ट्रेट की लाइसेंस शाखा में होती है, इसके बाद पुलिस सत्यापन अनिवार्य होता है। इस मामले ने पुलिस वेरिफिकेशन की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि इतने पुराने और दर्ज केस के बावजूद यह जानकारी कैसे छुपी रह गई। जिम्मेदार विभागों की जांच व्यवस्था को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है।

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पुलिस ने शुरू की जांच, आगे पूछताछ होगी

कोहेफिजा थाना प्रभारी केजी शुक्ला के मुताबिक, आवेदन में दी गई जानकारी जांच में झूठी साबित हुई है। इसी आधार पर धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस जल्द ही साहिब उर्रहमान से पूछताछ करेगी कि उन्होंने अपराध की जानकारी क्यों छुपाई और क्या इसके पीछे किसी और की भूमिका रही। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी।

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