Advertisment

दतिया मंडी में किसानों का बुरा हाल: न अलाव न छत, कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रात काटने को मजबूर अन्नदाता, प्रशासन की अनदेखी

मध्यप्रदेश के दतिया की कृषि मंडी में अव्यवस्थाओं के कारण किसान कड़ाके की ठंड में खुले में सोने को मजबूर हैं। विश्राम गृह में ताला और व्यापारियों की मनमानी ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

author-image
Vikram Jain
mp datia mandi farmers facing issues cold wave struggle for crop sale hindi news zvj

ट्रैक्टर-ट्रॉली में रात गुजारने को विवश हैं दतिया के किसान।

MP Datia Krishi Mandi Issues Farmers news: जो किसान कड़ाके की ठंड में खेत सींचकर पूरे देश का पेट भरता है, आज वही मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सरकारी सिस्टम की मार झेल रहा है। दतिया कृषि उपज मंडी में अपनी धान की फसल लेकर पहुंचे किसान हाड़ कंपाने वाली ठंड में सड़कों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रात बिताने को मजबूर हैं। विडंबना यह है कि मंडी में किसानों के लिए बना विश्राम गृह धूल फांक रहा है और प्रशासन की अनदेखी ने अन्नदाता के आंसू निकाल दिए हैं। किसान विश्राम गृह पर प्रशासन ने ताला जड़ दिया है। फसल बेचने में देरी और व्यापारियों की मनमानी ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

Advertisment

दतिया मंडी में बदहाली का आलम

दतिया जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी में इन दिनों अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। दूर-दराज के गांवों से अपनी धान की उपज बेचने आए किसानों के लिए यह सफर किसी सजा से कम साबित नहीं हो रहा है। दतिया में न्यूनतम पारा लगातार गिर रहा है, लेकिन मंडी प्रशासन किसानों को बुनियादी सुविधाएं तक मुहैया कराने में नाकाम साबित हुआ है।

विश्राम गृह पर ताला, ट्रॉली बनी सहारा

किसानों की सबसे बड़ी शिकायत प्रशासन की असंवेदनशीलता को लेकर है। मंडी परिसर में किसानों के रुकने के लिए करोड़ों की लागत से 'किसान विश्राम गृह' बनाया गया है, लेकिन हकीकत में उस पर ताला लटका हुआ है। कड़कड़ाती ठंड में में किसान अपनी ही ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में चादर तानकर रात काट रहे हैं। मंडी में न तो कहीं अलाव की व्यवस्था है और न ही सिर छुपाने की जगह।

व्यापारियों की मनमानी और 2-2 दिन का इंतजार

मंडी पहुंचे किसानों का आरोप है कि यहां व्यापारियों की मनमानी चल रही है। किसानों को अपनी फसल की उचित बोली लगवाने के लिए 48 घंटे से अधिक का इंतजार करना पड़ रहा है। किसान दिन भर इस उम्मीद में खड़े रहते हैं कि उनकी फसल बिकेगी, लेकिन शाम ढलते ही उन्हें एक और सर्द रात खुले में बिताने को मजबूर होना पड़ता है। 

Advertisment

प्रशासन की लापरवाही, किसान परेशान

मंडी प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारियों की इस अनदेखी से किसानों में भारी गुस्सा है। किसानों का कहना है कि वे अपनी ही मेहनत की फसल बेचने के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। मंडी में पीने के पानी और अलाव जैसी सुविधाओं का अभाव स्पष्ट रूप से अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है। किसानों ने मांग की है कि जल्द से जल्द विश्राम गृह खोला जाए और फसल की तुलाई व नीलामी प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।

Datia news, Datia Krishi Mandi Issues, MP Farmers news, MP news

Datia news
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें