/bansal-news/media/media_files/2025/11/26/up-registry-sft-scam-tax-evasion-investigation-hindi-news-zxc-2025-11-26-12-03-23.jpg)
UP Registry SFT Scam: उत्तर प्रदेश के रजिस्ट्री विभाग में एक बड़ा SFT (Statement of Financial Transactions) (SFT Filing Scam) घोटाला सामने आया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संपत्तियों की खरीद-फरोख्त को छुपाकर कर चोरी के लिए बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया। यह घोटाला मुख्य रूप से 30 लाख रुपए से ऊपर की रजिस्ट्री की रिपोर्टिंग में “खेल” करके किया गया, जिसे अब Income Tax Department ने पकड़ लिया है। UP Registry Scam
अलीगढ़ में आयकर विभाग की जांच से खुलासा
अलीगढ़ में आयकर विभाग (IT Department) द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ कि कई रजिस्ट्री कार्यालयों में SFT रिपोर्टिंग में भारी अनियमितताएँ की गईं। SFT रिपोर्ट वह दस्तावेज होती है, जिसमें 30 लाख रुपए से अधिक के संपत्ति लेनदेन की जानकारी सीधे आयकर विभाग को भेजी जाती है।Lucknow Registry Scam
लेकिन जांच में सामने आया कि:
कई रजिस्ट्रियों को 30 लाख से कम दिखाया गया
वास्तविक बिक्री मूल्य को छुपाया गया
SFT रिपोर्ट भेजने में हेरफेर किया गया
खरीदार–विक्रेता की वास्तविक जानकारी छुपाई गई
यह घोटाला साफ तौर पर टैक्स चोरी (Tax Evasion) (UP Tax Evasion Case) के उद्देश्य से किया जा रहा था।
SFT घोटाला कैसे हुआ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रजिस्ट्री कार्यालयों में:
संपत्ति मूल्य कम दिखाकर टैक्स बचाने का प्रयास
SFT फाइलिंग में गलत जानकारी भेजना या रिपोर्ट ही न भेजना
30 लाख से ऊपर के लेनदेन को 29.90 लाख जैसे दिखाना
असली खरीदारों व विक्रेताओं के नाम बदलना
जैसे तरीकों का इस्तेमाल कर करोड़ों का घोटाला किया गया। इससे सरकार को बड़ी Revenue Loss का सामना करना पड़ा।
ये भी पढ़ें - 26/11 मुंबई अटैक: रियल हीरोज जिन्होंने देश के लिए जान दी
कई जिलों में जांच का दायरा बढ़ा
अलीगढ़ में SFT Fraud खुलने के बाद अब जांच का दायरा तेजी से बढ़ाया गया है।
जिन जिलों में जांच चल रही है—
आगरा
मेरठ
कानपुर
प्रयागराज
अलीगढ़
अन्य कई रजिस्ट्री कार्यालय जांच के घेरे में
जांच एजेंसियों के अनुसार, यह घोटाला सिर्फ एक या दो जिलों तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश में फैले रजिस्ट्री कार्यालयों में संभावित नेटवर्क की जांच की जा रही है। Property Registry Scam in UP
कर चोरी के लिए रचा गया बड़ा फर्जीवाड़ा
जांच में साफ हुआ है कि यह एक संगठित टैक्स चोरी गिरोह का काम था, जिसके लिए:
संपत्तियों का वास्तविक मूल्य छुपाया गया
रजिस्ट्री कार्यालयों के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत
SFT रिपोर्ट में जानबूझकर गड़बड़ी
करोड़ों की टैक्स चोरी की आशंका
ये भी पढ़ें- Lakhimpur Kheri Accident: लखीमपुर खीरी में दर्दनाक हादसा, बेकाबू हो कर नहर में गिरी कार, 5 की मौत
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/10/15/2025-10-15t102639676z-logo-bansal-640x480-sunil-shukla-2025-10-15-15-56-39.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें