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BJP Surendra Maithani NBW: कानपुर में 14 साल पुराने सड़क हादसे से जुड़ा मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। साल 2011 के रोड एक्सीडेंट केस (Kanpur Accident Case 2011) में एक व्यक्ति की मौत के बाद कानूनी प्रक्रिया लंबे समय से चल रही थी। इसी मामले में गवाही देने के लिए बार-बार समन भेजे जाने के बावजूद भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी (BJP MLA Surendra Maithani) अदालत में पेश नहीं हुए। जिसके बाद कानपुर स्थित अदालत ने उनके खिलाफ नॉन-बेलेबल वारंट (NBW) जारी कर दिया।
कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा है कि विधायक को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर गवाही के लिए कोर्ट में पेश किया जाए। यह मामला पिछले 14 साल से लंबित है और विधायक को इस केस में एक महत्वपूर्ण गवाह माना जाता है।
क्या है पूरा मामला?
2011 में कानपुर के एक व्यस्त क्षेत्र में सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। घटना के समय सुरेंद्र मैथानी मौके पर मौजूद थे। उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी और घायल को अस्पताल पहुंचाया था। इसी वजह से कोर्ट ने उन्हें प्राथमिक गवाह बनाया था। BJP MLA Surendra Maithani NBW
लेकिन कई सालों से भेजे गए बार-बार के समन के बावजूद विधायक अदालत में हाजिर नहीं हुए। बुधवार 26 नवंबर को सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने नाराजगी जताते हुए NBW जारी किया और कहा— गवाह की गैर-हाजिरी के कारण न्याय प्रक्रिया में अनावश्यक देरी हो रही है।”
यह आदेश जारी होते ही कानपुर पुलिस हरकत में आई और स्थानीय थाने को विधायक को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए।
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विधायक की प्रतिक्रिया
NBW की खबर सामने आने के बाद विधायक सुरेंद्र मैथानी ने सफाई दी— “मुझे कोर्ट से समन की कोई जानकारी नहीं मिली थी। अगर मुझे पता होता तो मैं गवाही देने जरूर जाता। मैं कोर्ट के हर आदेश का पालन करूंगा और जल्द ही स्वयं अदालत में हाजिर हो जाऊंगा।” Surendra Maithani Arrest Order
राजनीतिक हलचल तेज
इस घटना के बाद कानपुर की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है।
विपक्ष का आरोप: सपा और अन्य विपक्षी दलों ने कहा कि “सत्ताधारी दल के विधायक कोर्ट के समन को नजरअंदाज कर रहे हैं, ऐसे में जनता न्याय की उम्मीद कैसे करे?”
भाजपा की प्रतिक्रिया: पार्टी नेताओं ने इसे “निजी और कानूनी मामला” बताया और कहा कि विधायक जल्द ही कोर्ट में हाजिर होकर स्थिति स्पष्ट कर देंगे।
गौरतलब है कि विधायक मैथानी हाल ही में बुलडोजर कार्रवाई के दौरान अधिकारियों पर फटकार लगाने के मामले में सुर्खियों में रहे थे। अब यह नया विवाद उनके लिए और मुश्किलें खड़ी कर सकता है। Surendra Maithani Case
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