Ghaziabad Shamshan Ghat Hadsa: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट (Muradnagar Crematorium Roof Collapse) पर हुए हादसे के मुख्य आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। श्मशान में छत गिरने के हादसे के बाद से ही ठेकेदार फरार चल रहा था। गाजियाबाद पुलिस ने आरोपी अजय त्यागी पर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया था।
वहीं राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने इस मामले को लेकर कड़ा एक्शन लिया है। सीएम ने हादसे के लिए जिम्मेदार ठेकेदार और इंजीनियर के खिलाफ NSA लगाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही इस घटना में हुए पूरे नुकसान की वसूली दोषी इंजीनियर और ठेकेदार से करने के दिए निर्देश दिए गए हैं। ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
गौरतलब है कि, मुरादनगर में रविवार को श्मशान घाट में घटिया निर्माण के चलते छत ढह गई थी। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हुई है। हादसे के बाद लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप में पुलिस ने ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। सोमवार को पुलिस ने मुरादनगर नगरपालिका ईओ निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्रपाल और सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार किया था।
साामने आई छत बनाने में लापरवाही
सोमवार देर रात ठेकेदार अजय त्यागी को अरेस्ट किया गया। इस हादसे की पुलिस जांच में श्मशान घाट में छत बनाने वाले ठेकेदार, नगरपालिका के इंजीनियर और अन्य संबंधित अफसरों की लापरवाही सामने आई थी।
अंतिम संस्कार के दौरान ढही छत
दरअसल यह हादसा रविवार को मुरादनगर के उखलारसी में हुआ। पीड़ितों में करीब सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में श्मशान घाट पहुंचे थे। पुलिस ने बताया, जब छत ढही तो बारिश से बचने के लिए कई लोग शेड के नीचे खड़े थे जिसे हाल ही में बनाया गया था। इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई, वे सभी पुरूष और जयराम के रिश्तेदार या पड़ोसी थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार किया जा रहा था।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मृतकों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा कर चुके हैं। पहले 2-2 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई थी, बाद में सीएम के आदेश मुआवजे की राशि को बढ़ाकर 10-10 लाख रुपए कर दिया गया। सीएम योगी ने इस मामले में जांच और कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं।