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गुना। गुना में हुए दर्दनाक बस हादसे का शुक्रवार को दूसरा दिन है। सीएम मोहन यादव से मुलाकात और मुआवजे के ऐलान के बाद एसपी, कलेक्टर, आरटीओ और परिवहन आयुक्त का तबादला कर दिया गया है।
अब प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती शवों की पहचान करना है। बुधवार को बस में आग लगने से 13 लोग जिंदा जल गए थे। 36 घंटे बीत जाने के बाद भी शवों की पहचान नहीं हो पाई है। अब प्रशासन सभी शवों का डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी में है। इसके बाद ही मृतक शवों की पहचान हो पाएगी।
सीएम ने की थी पीड़ितों से मुलाकात
गुरुवार को सीएम मोहन यादव गुना जिला अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने यहां पर हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की थी। साथ ही सीएम ने हादसे में अपनी जान गवां चुके लोगों के परिजनों से भी बात की थी। सीएम के निर्देश पर चार सदस्यीय समिति गठित की है जो हादसे के कारणों की जांच करेगी। समिति अपनी रिपोर्ट तीन दिन में सौंपेगी।
गुना हादसे में RTO-CMO सस्पेंड
गुना बस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम मोहन ने RTO रवि बरेलिया को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा फायर ब्रिगेड देर से पहुंचने के कारण CMO बीडी कतरोलिया को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
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खबरों की मानें तो बस एक बीजेपी नेता के बड़े भाई की बताई जा रही है। हादसे पर PM नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। सीएम मोहन यादव ने गुना जिला हॉस्पिटल पहुंचकर बस हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात भी की है।
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गुना कोर्ट से आरोन जा रही बस में बुधवार रात करीब 8: 30 बजे लगी थी। इस हादसे में लोगों की मौत हो गई, वहीं कुछ लोग घायल भी हुए हैं। हादसा डंपर की टक्कर लगने से हुआ था। 11 लोग बस के अंदर जले मिले वहीं 2 लोग बस के गेट के पास मृत पाए गए हैं।
हादसा इतना भीषण था कि जले शव को उठाने में भी बिखर रहे हैं। फिलहाल मरने वालों लोगों की पहचान नहीं हो सकी है।
बस का फिटनेस सेर्टिफिकेट था एक्सपायर
फिटनेस बस 15 साल से भी ज्यादा पुरानी थी। इसका फिटनेस सेर्टिफिकेट फरवरी 2022 ही वैलिड था। यह बस भानु प्रताप सिंह सिकरवार निवासी चौधरन कॉलोनी के नाम रजिस्टर्ड थी। जिसकी खरीदी 2008 में हुई थी। 32 सीटर बस में कम से कम 35 लोग बैठे थे। RTO की वेबसाइट पर बस के परमिट का कोई रिकॉर्ड नहीं मिलता। साफ है बस नियमों की अनदेखी कर चलाई जा रही थी।
बस में सवार थी 5 महिलाएं
बस में आरोन की रहने वाली 5 महिलाएं भी थीं। ये सभी मारपीट के केस में गुना जेल में बंद थीं। बुधवार शाम 6 बजे जमानत मिलने पर लौट रही थीं। विनीता ओझा ने बताया कि उनके अलावा सविता, गौरा बाई, निशा और संगीता की कोर्ट ने जमानत मंजूर की है। परिवार के 6 पुरुष सदस्य अभी भी जेल में हैं।
सीएम ने की थी 4 लाख मुआवज़े की घोषणा
बस हादसे के बाद सीएम डॉ मोहन यादव ने इस हादसे में मरने वालों के परिजनो को 4 लाख रुपए मदद देने की घोषणा की है तथा घायलों को 50 हज़ार रुपए देने की घोषणा की गई है।
सीएम ने दिए जांच के आदेश
सीएम डॉ मोहन यादव ने गुना बस हादसे की जांच के आदेश दे दिए है तथा कहा है की दुख की इस घडी में प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।
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