Saurabh Sharma Red Dairy Update: परिवहन विभाग के पूर्व आरटीओ सौरभ शर्मा की कथित ‘लाल डायरी’ के कुछ पन्ने इन दिनों वायरल हो रहे हैं, जिनमें उनकी अरबों की काली कमाई का विवरण दर्ज है। डायरी में रसूखदारों को मिलने वाले हिस्से का भी जिक्र किया गया है, जिसने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है। इस मामले को लेकर एक ओर कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही है, तो दूसरी ओर बीजेपी भी आक्रामक रुख अपना रही है।
क्या है मामला ?
भोपाल के मेंडोरी के जंगल से हाल ही में भारी मात्रा में सोना, चांदी और करोड़ों की नकदी मिलने ने प्रदेश के परिवहन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का नया खुलासा किया है। जांच में पता चला कि पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा ने परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर करोड़ों की काली कमाई की। इस मामले की जांच लोकायुक्त, आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय कर रहे हैं। अब सौरभ शर्मा की कथित डायरी के कुछ पन्ने सामने आए हैं, जो इस मामले को और गहराई से उजागर कर रहे हैं।
कथित डायरी के पन्नों में वसूली का डाटा
सौरभ शर्मा की कथित डायरी को लेकर कांग्रेस ने पहले ही सवाल उठाए थे, लेकिन अब इसके कुछ पन्ने वायरल हो रहे हैं। इन पन्नों में प्रदेश के 52 जिलों के आरटीओ के नाम, नंबर और उनसे मिलने वाली रकम का विवरण दर्ज है। डायरी से खुलासा हुआ है कि इंदौर आरटीओ कार्यालय काली कमाई का सबसे बड़ा केंद्र था, जहां से हर महीने करीब 9 करोड़ रुपये वसूले जाते थे। वहीं, अलीराजपुर से सबसे कम 62 लाख रुपये की वसूली का जिक्र है।
इंदौर RTO से हर महीने 9 करोड़ की वसूली
इंदौर आरटीओ कार्यालय से हर महीने करीब 9 करोड़ रुपये की काली कमाई होती थी, जबकि राजधानी भोपाल और छिंदवाड़ा में यह राशि 4 करोड़ रुपये थी। उज्जैन और जबलपुर से 6-6 करोड़ रुपये, सागर और रीवा से 5-5 करोड़ रुपये, और ग्वालियर कार्यालय से भी 5 करोड़ रुपये की वसूली का जिक्र सामने आया है। गौरतलब है कि 19 दिसंबर को भोपाल के मेंडोरी गांव में एक इनोवा क्रिस्टा कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे।
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