Shani Sadhe Sati: शनि का नाम सुनते ही सभी के मन में एक डर सा पैदा हो जाता है। कर्म का फल देने वाले शनि ग्रह की साढ़ेसाती और ढैया सभी के जीवन में आती है। जिसका सीधा असर जातकों के जीवन में पड़ता है।
क्या आपको पता है किसी व्यक्ति के जीवन में साढ़ेसाती कितनी बार आती है। यदि नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि एक जीवन चक्र में शनि की साढ़ेसाती कितनी बार आती है। (Jeevan Chakra me Kitne Baar Aati hai Shani Sade Sati)
व्यक्ति के जीवन में कितनी बार आती है शनि की साढ़ेसाती
ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल पांडे (8959594400) के अनुसार एक औसत के अुनसार अधिकतर जातकों की उम्र 120 साल से कम रहती है। इस हिसाब से शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati Effect) किसी भी व्यक्ति के जीवन काल में कुल तीन बार आ सकती है।
प्रथम चक्र की साढ़ेसाती में क्या कष्ट होता है (Shani Sade Sati Pahla Charan)
शनि के प्रथम चक्र की साढ़ेसाती में जातक को शारीरिक कष्ट और उसके माता-पिता को पीड़ा हो सकती है। इस समय जातक की उम्र कम होती है, इसलिए पीड़ा सहन करने की क्षमता ज्यादा होती है। जातक को पीड़ा कम महसूस होती है।
द्वितीय चक्र पर क्या होता है शनि का असर (Shani Sade Sati Dusra Chakra)
द्वितीय चक्र में शनि अपेक्षाकृत मध्यम प्रभाव डालता है। इस अवधि में जातक को उन्नति के लिए उसको अत्यधिक परिश्रम करना पड़ता है। मानसिक अशांति झेलनी पड़ती है और माता-पिता तथा बुजुर्गों का वियोग सहना करना पड़ता है।
तीसरे चक्र की साढ़ेसाती का प्रभाव कैसा होता है ((Shani Sade Sati Teesra Charan)
तृतीय चक्र की साढ़ेसाती में शनि अनेक कठोर फल देता है। अगर मारकेश की दशा चल रही हो तो जातक की मृत्यु निश्चित है।
किसे कहते हैं शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati kise Kahte Hain)
चंद्र राशि से गोचर में जब शनि द्वादश, प्रथम और द्वितीय स्थान में भ्रमण करता है तो 7:30 वर्ष के समय को शनि की साढ़ेसाती कहते हैं।
शुभकारी भी होती है शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati Effect)
आमतौर पर व्यक्ति की धारणा होती है कि शनि की साढ़ेसाती कष्ट कारक (Shani Sade Sati Effect) होती है। परंतु ऐसा हमेशा नहीं होता है। शनि की साढ़ेसाती आपके लिए कैसी होगी यह पता करना अत्यंत उत्कृष्ट ज्योतिषी का कार्य है। सामान्य ज्योतिषी कभी भी इस बात का आकलन नहीं कर सकते हैं कि साढ़ेसाती आपके लिए कब से कब तक अच्छी या बुरी रहेगी।
शनि किस स्थिति में होते हैं शुभ
इस बात की पूरी संभावना है कि जातक के लिए साढ़ेसाती (Shani Sade Sati kab Shubh Hoti Hai) पहले ढाई साल या दूसरे ढाई साल या तीसरे ढाई साल या 5 साल या 7.5 साल अच्छी या खराब हो। एक ही राशि के दो व्यक्तियों के लिए इसके फल अलग-अलग होंगे। साढ़ेसाती के फल के लिए पूरी कुंडली का विश्लेषण करना अनिवार्य होता है।
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