नई दिल्ली। आपने अक्सर देखा होगा कि Why Do Kids Have Tantrums आजकल के बच्चे Parenting Tips कुछ ज्यादा ही नखरे करते हैं। Child Care हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी बच्चे ऐसे होत हैं। पर इनमें से जो बच्चे ऐसा करते हैं उसके पीछे कारण क्या है। Child Behave क्या ये आपने कभी जानने की कोशिश की है। दरअसल इसके पीछे भी एक साइकॉलोजी होती है। जिसे Tantrums समझना पेरेंट्स के लिए बेहद जरूरी है।
Child Tantrums उनके साथ क्या गड़बड़ी हो रही है। इनके मन और दिमाग पर क्या चल रहा है इस बात को समझना बेहद जरूरी है। अगर आप भी इन्हें पेरेंट्स में से एक हैं जो इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको इस बात को समझने की जरूरत है कि आखिर बच्चों के दिमाग Emotional need में क्या चल रहा है।
बच्चे ऐसे दिखाते हैं नखरे —
आपको बता दें जब बच्चे नखरों के जरिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं, तो वे जोर—जोर से चीखते हुए रोते हैं। इतना ही नहीं उनकी आक्रामकता (Aggressive behaviour) भी बढ़ जाती है। इतना ही नहीं इस दौरान वे गुस्सा दिखाकर दूर भागने का प्रयास करते हैं।
क्यों नखरे दिखाते हैं बच्चे?
कई बार ऐसा होता है कि बच्चे के मन में कई तरह की भावनाएं एक साथ चल रही होती हैं। जिन्हें वह व्यक्त नहीं कर पाता। ऐसे में वह उन्हें मैनेज नहीं कर पाता है। इस स्थिति में वह नखरें करना शुरू कर देता है।
किस उम्र में नखरे ज्यादा होते हैं —
आपको बता दें आमतौर पर 1 से 3 साल के बच्चे नखरे ज्यादा करते हैं। वो इसलिए वे इस उम्र में बोलकर, सामाजिक रूप से कम्युनिकेट नहीं कर पाते हैं। इसलिए उन्हें रोना और जिद करना ही समझ आता है। वो समझ जाते हैं कि रोने या जिद करने से उनकी हर मांग पूरी हो जाती है। बड़े बच्चे इसलिए नखरे करते हैं क्योंकि शायद वे अभी तक यह नहीं सीख पाए होते हैं कि अपनी भावनाओं को सही प्रकार से कैसे एक्सप्रेस करना है।
आखिर क्या है बच्चों के नखरे करने की वजह
नखरे करने की एक और बड़ी वजह होती है कि बच्चे आपकी अटेंशन चाहते हैं। दरअसल ऐसा होता है कि बच्चों को फील होता है आपका उन्हें नहीं मिल रहा है तो वे उन्हें अपनी ओर आकर्षित करने के लिए वे ऐसा करते हैं।
बच्चों द्वारा नखरे दिखाने का सबसे अच्छा और दूसरी तरीका होता है उनका भोजन। आपने अक्सर देखा होगा अगर बच्चे जिद करते हैं कि उनकी बात पूरी न करने पर आपको उनकी पसंद का भोजन बनाना होगा। क्योंकि वे भी जानते हैं कि पेरेंट्स अपने बच्चों के भोजन को लेकर सीरियस होते हैं। इसलिए वे खाना खाने में ही सबसे अधिक नखरे दिखाते हैं।
भोजन में नखरे दिखाते समय बच्चे आमतौर पर ऐसी चीजों की डिमांड करते हैं, जिनके बारे में उन्हें पता होता है कि आप उन्हें नहीं देंगे। जैसे, फास्ट फूड या डिब्बबंद खाना।
बच्चे के नखरे कैसे कम करें?
बच्चों के नखरों की समस्या को कम करने के लिए सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि उनके नखरों का मतलब क्या है।
अगर उसका इमोशनल अटेचमेंट हो पा रहा है। तो आपको उसकी भावनाओं को समझने का प्रयास करना होगा। इसके लिए आपको करना ये है कि जब बच्चा शांत स्थिति में हो तब उसे समझाने का प्रयास करें। उसके साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। साथ ही इसी दौरान उससे बात करने का प्रयास करें।
आपको बता दें बच्चे सभी इमोशनल होते हैं लेकिन कुछ बच्चे अधिक इमोशनल होते हैं। इसलिए उन्हें आपके प्यार और समय की अधिक जरूरत होती है। जब बच्चे को प्यार और समय नहीं मिलता है तो वो चीखने, चिल्लाने, रोने और गुस्सा होकर दूर भाग जाने जैसी क्रियाएं करता है। अत: इस समस्या को दूर करने का एक तरीका ये है कि आप बच्चे को समझने की कोशिश करें। यदि जरूरत पड़े तो उसे काउंसलर या मनोचिकित्सक के पास ले जाकर समझने का प्रयास करें।