/bansal-news/media/media_files/2025/12/26/silver-price-surge-2025-india-experts-predict-2026-record-high-hindi-news-zxc-2025-12-26-21-45-49.jpg)
Silver Price India Surge: भारत में चांदी का भाव हर दिन नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। साल 2025 में चांदी के दामों में 150 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई है, जिसने इसे गोल्ड, इक्विटी और दूसरे एसेट क्लास से भी ज्यादा आकर्षक बना दिया है। घरेलू बाजार में चांदी का रेट 2 लाख रुपये प्रति किलो पार कर चुका है और एक्सपर्ट्स का दावा है कि आने वाले महीनों में इसमें और उछाल देखने को मिल सकता है। Silver Forecast 2026
चांदी में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी
2025 चांदी के लिए ऐतिहासिक साबित हो रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में चांदी का भाव लगभग 158 प्रतिशत तक चढ़ गया हैं, जबकि भारत में स्पॉट सिल्वर की कीमतों में करीब 156 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। 26 दिसंबर 2025 को भारत के अलग-अलग शहरों में चांदी के भाव 2,19,000 से भी ज्यादा तक पहुंच गया। इसी लिए चांदी या चांदी के उपकरणों का व्यापार करने वाली कंपनियों को जबरदस्त फायदा हो रहै है। 26 दिसंबर को MCX पर सिल्वर मार्च फ्यूचर्स 2,32,741 रुपये प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यही नहीं, वहीं MCX गोल्ड फरवरी कॉन्ट्रैक्ट्स भी 1,39,216 रुपये प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचे हैं। इस तेज़ी ने निवेशकों के बीच चांदी को एक मजबूत एसेट क्लास के रूप में स्थापित कर दिया है। Silver rate today
रॉबर्ट कियोसाकी ने दी बड़ी आर्थिक चेतावनी
‘Rich Dad Poor Dad’ के मशहूर लेखक और लोकप्रिय फिनैंशल एक्सपर्ट रॉबर्ट कियोसाकी ने ग्लोबल इकोनॉमी को लेकर एक गंभीर चेतावनी जारी की है। कियोसाकी का कहना है कि दुनिया इस वक्त बेहद खतरनाक आर्थिक दौर में प्रवेश कर चुकी है, जहां अमेरिकी डॉलर लगातार अपनी वैल्यू खो रहा है। उन्होंने डॉलर को fake money बताते हुए कहा कि आगे आने वाले सालों में इसकी खरीद क्षमता तेजी से गिर सकती है। कियोसाकी के इस बयान ने निवेशकों के बीच हलचल बढ़ा दी है, खासकर ऐसे समय में जब Silver Price और Gold Price लगातार ऐतिहासिक स्तरों को छू रहे हैं। Silver Price Surge
2026 में चांदी के 200 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का दावा
रॉबर्ट कियोसाकी ने अपनी चेतावनी में दावा किया है कि 2026 में Silver Price नया इतिहास रच सकती है। उन्होंने कहा कि चांदी फिलहाल इंटरनेशनल मार्केट में 70–75 डॉलर प्रति औंस के आसपास ट्रेड कर रही है, लेकिन आने वाले महीनों में यह रफ्तार पकड़कर 200 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है।
उनके अनुसार, यह तेजी सिर्फ सामान्य बढ़ोतरी नहीं है, बल्कि आने वाले Hyper Inflation यानी भीषण महंगाई का संकेत है। कियोसाकी के मुताबिक दुनिया जिस आर्थिक दबाव का सामना कर रही है, उसमें चांदी सबसे मजबूत Real Asset के रूप में उभर सकती है। Silver Market 2025
AI बबल और ग्लोबल कर्ज को बताया सबसे बड़ा आर्थिक खतरा
कियोसाकी ने अपने बयान में दुनिया के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट का भी जिक्र किया। बफेट के विचारों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि आज के समय में AI Bubble, Stock Market Bubble और लगातार बढ़ता Global Debt Crisis पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं पर भारी दबाव बना रहा है। Silver vs Gold Price
यह बबल किसी भी समय फट सकता है, जिससे स्टॉक मार्केट में तेज गिरावट और आर्थिक उथल-पुथल का खतरा पैदा हो सकता है। कियोसाकी के अनुसार, इस अनिश्चितता में ऐसे निवेशक ही सुरक्षित रहेंगे जो Gold Investment और Silver Investment जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख करेंगे।
निवेशकों को दी सलाह—Real Assets में करें निवेश
रॉबर्ट कियोसाकी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आने वाला समय डॉलर और स्टॉक मार्केट के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। इसलिए लोगों को फर्जी और कमजोर हो रही करेंसी के बजाय असली एसेट्स यानी Gold और Silver में निवेश बढ़ाना चाहिए।
उनका कहना है कि जब ग्लोबल सिस्टम पर कर्ज का बोझ बढ़ता है और नकली पैसे (Dollar) की वैल्यू घटती है, तब Silver Price Rally और Gold Price Recovery जैसे ट्रेंड निवेशकों को सुरक्षा देते हैं।
चांदी की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं? 4 प्रमुख कारण
इंडस्ट्रियल डिमांड और सीमित सप्लाई
चांदी के भाव में तेजी का सबसे बड़ा कारण इसका औद्योगिक उपयोग (Industrial Demand) तेजी से बढ़ना है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सोलर पैनल, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और डेटा सेंटर जैसे तेजी से बढ़ते सेक्टरों में सिल्वर की मांग लगातार रिकार्ड बना रही है। सिल्वर इंस्टीट्यूट के अनुसार 2024 में इंडस्ट्रियल डिमांड 680.5 मिलियन औंस के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई थी और यह 2025 में भी लगातार बढ़ रही है।
इसके साथ ही सप्लाई (Supply) का सीमित होना भी कीमतों को ऊपर धकेल रहा है। दुनिया चार साल से लगातार सिल्वर मार्केट डेफिसिट का सामना कर रही है। 2024 में यह डेफिसिट 148.9 मिलियन औंस तक पहुंच गया था, जिसके कारण चांदी की कीमतों में मजबूत उछाल जारी है।
FOMO की वजह से रिटेल निवेशकों के बीच सिल्वर खरीद में बढ़ोतरी
चांदी की तेज़ रैली ने बाजार में FOMO यानी Fear of Missing Out बढ़ा दिया है। जैसे-जैसे भाव तेजी से ऊपर गए, रिटेल निवेशक और ट्रेडर्स ने भी सिल्वर में आक्रामक खरीदारी शुरू कर दी। इस ट्रेंड ने कीमतों को और भी तेजी से ऊपर खींचा और बाजार में चांदी की डिमांड और बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें : PM सूर्यघर योजना: बिजली कर्मचारियों की 50% बिल छूट खत्म, सोलर नहीं लगाने पर वसूला जाएगा पूरा बिल
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती ने बढ़ाई चांदी की चमक
2025 में US Federal Reserve द्वारा तीन बार ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती की गई। इससे डॉलर कमजोर हुआ और नॉन–यील्डिंग एसेट्स यानी सिल्वर और गोल्ड की आकर्षकता बढ़ गई। कम ब्याज दरों के वातावरण में पारंपरिक रूप से चांदी जैसे एसेट्स की मांग बढ़ जाती है, क्योंकि निवेशक मुद्रा अवमूल्यन और महंगाई से बचाव की तलाश में लग जाते हैं। यही वजह है कि दुनिया भर में कीमती धातुओं में तेजी देखी जा रही है।
ये भी पढ़ें - Gold Price Today: सोने की चमक बरकरार, चांदी हुई और भी महंगी, जानें आज के ताजा रेट
जियोपॉलिटिकल तनाव और ग्लोबल अनिश्चितता
दुनिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, युद्ध की संभावनाएं, व्यापार विवादों और ग्लोबल कर्ज संकट के माहौल ने निवेशकों को सेफ-हेवन एसेट्स (Safe Haven Assets) की तरफ मोड़ दिया है। चांदी ने गोल्ड के साथ मिलकर इस अनिश्चित माहौल में निवेशकों को सुरक्षा का विकल्प दिया है।
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/12/01/2025-12-01t081847077z-new-bansal-logo-2025-12-01-13-48-47.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें