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MP News: जबलपुर के खमरिया थाना क्षेत्र के वर्धा घाट में रहने वाले लोग इस समय डर के साए में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। इस डर के पीछे फायरिंग रेंज में होने वाली टेस्ट फायरिंग है।
घर में पहुँच रही गोलियां
फायरिंग रेंज के बाहर बसें ग्रामीणों के घर आए दिन फायरिंग रेंज में चलने वाली गोलियां पहुंच जाती है।
ताजा मामला आज सुबह का है जब पैसे से ठेकेदारी करने वाला एक व्यक्ति रोज की तरह टिफिन लेकर अपने घर से अपने काम पर जा रहा था।
एक युवक के हाथ में लगी गोली
तभी फायरिंग रेंज से एक गोली जाकर उसके हाथ पर लगी जिससे वह घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार चल रहा है।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि आए दिन इस तरह फायरिंग रेंज से गोलियां जाकर उनके घर मकान की दीवारों में धंस जाती है।
अभ्यास के कारण हो रही तकलीफ
आपको बता दें कि खमरिया फील्ड फायरिंग रेंज के कारण जबलपुर तहसील में 993.60 हेक्टेयर और सिहोरा तहसील में 436.44 हेक्टेयर क्षेत्र में 10 साल के लिए सेना को तोप अभ्यास और मैदानी गोलाबारी की अनुमति दी है।
इस फील्ड फायरिंग रेंज के आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी वहाँ के रेंज के कमांडिंग ऑफिसर की रहती है। इसके बावजूद आए दिन यहां गोलीबारी और तोप का युद्ध का अभ्यास किया जाता है। जिसकी वजह से आए दिन लोग इसके शिकार होते रहते हैं।
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