/bansal-news/media/media_files/2025/12/23/shivpuri-teacher-patwari-dharm-parivartan-case-arrested-hindi-news-2025-12-23-23-34-47.jpg)
Shivpuri Dharm Parivartan: शिवपुरी में बेटियों की शादी और 25 हजार रुपये का लालच देकर 3 टीचर और 1 पटवारी समेत 5 लोग धर्म परिवर्तन करा रहे थे। पांचों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला बदरवास थाना क्षेत्र के घूघला और आसपास के इलाकों का है। आरोपी 50 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन करा चुके थे।
ST कैटेगरी वालों को निशाना
शिवपुरी में अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों को लंबे वक्त से निशाना बनाया जा रहा था। SDOP संजय मिश्रा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मध्यप्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
/filters:format(webp)/bansal-news/media/media_files/2025/12/24/shivpuri-dharm-parivartan-2025-12-24-00-00-11.jpg)
MP के बाहर भी फैला धर्मांतरण का नेटवर्क
पुलिस ने बताया कि आरोपी संगठित तरीके से धर्म परिवर्तन करा रहे थे और उनका नेटवर्क मध्यप्रदेश के बाहर भी फैला था। आरोपी धर्मांतरण के बदले लोगों से बेटियों की शादी कराने, बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा, नौकरी दिलाने और 25-25 हजार कैश देने का वादा करते थे। उनकी इन्हीं बातों में आकर कई लोगों ने धर्म बदल लिया।
सरकारी कर्मचारी शामिल
धर्मांतरण कराने वाले आरोपियों में पादरी अम्जी भील के साथ टीचर वीरेन्द्र कुमार तिर्की, अनीता भगत, राजपति बाई तिर्की और पटवारी सुगनचंद उर्फ सुगनशाह पैकरा शामिल हैं। 3 टीचर और एक पटवारी शामिल है। इन्होंने अपने पद-प्रभाव का दुरुपयोग किया।
ये खबर भी पढ़ें: मध्यप्रदेश में SIR: पहले फेज में 5 करोड़ 31 लाख 31 हजार 983 वोटर्स, 8 लाख 65 हजार 832 का नहीं मिला रिकॉर्ड, जानें लिस्ट में कैसे चेक करें अपना नाम
धर्मांतरण के लिए घरों में बैठकें
पुलिस की जांच में सामने आया है कि बहादुर भील और सोमला भील के घरों में रोज धर्मांतरण के लिए बैठकें होती थीं। लोगों को धर्म परिवर्तन के फायदे बताकर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया जाता था। पुलिस ने कहा कि जांच होने पर धर्म बदलने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।
छत्तीसगढ़ से जुड़े धर्मांतरण के तार
धर्म परिवर्तन कराने वाले आरोपियों के संपर्क छत्तीसगढ़ के जशपुर, सरगुजा और बलरामपुर से सामने आए हैं। पुलिस नेटवर्क, फंडिंग और दूसरे सहयोगियों की तलाश कर रही है। आपको बता दें कि इससे पहले बदरवास क्षेत्र के गुढालडांग गांव में वन भूमि पर बने अवैध चर्च को प्रशासन ने हटा दिया था, जिससे इस इलाके में धर्मांतरण गतिविधियों की आशंका जताई जा रही थी।
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/12/01/2025-12-01t081847077z-new-bansal-logo-2025-12-01-13-48-47.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें