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इंदौर में जहरीले पानी का कहर: बुजुर्ग समेत 3 की मौत, 35 से ज्यादा बीमार, मंत्री विजयवर्गीय ने की मौतों की पुष्टि

इंदौर शहर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से स्थिति भयावह हो गई है। इलाके में फैले जलजनित संक्रमण के कारण अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 35 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हैं।

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sanjay warude
Indore Contaminated Water

Indore Contaminated Water: इंदौर शहर के भागीरथपुरा इलाके में दूषित पानी पीने से स्थिति भयावह हो गई है।

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इलाके में फैले जलजनित संक्रमण के कारण अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 35 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। बिगड़ते हालातों को देखते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अस्पताल पहुंचकर मरीजों का हाल जाना और मौतों की आधिकारिक पुष्टि की।

डॉक्टरों ने कार्डियक अरेस्ट से मौत बताई

मंगलवार सुबह वर्मा अस्पताल में 75 वर्षीय नंदलाल पाल ने दम तोड़ दिया। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट है, क्योंकि मरीज को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। हालांकि, परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि 28 दिसंबर को दूषित पानी पीने के बाद शुरू हुए उल्टी-दस्त की वजह से ही उनकी हालत बिगड़ी थी। इसके अलावा दो महिलाओं की मौत की खबर भी सामने आई है, जिनके परिजनों ने 'जहरीले' पानी को ही मौत की वजह बताया है।

Indore Contaminated Water
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
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अस्पतालों में मची अफरातफरी

भागीरथपुरा क्षेत्र से बीमारों के आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। वर्मा हॉस्पिटल में मंगलवार को 5 नए मरीज भर्ती हुए, जबकि फिलहाल 20 लोगों का उपचार जारी है। गंभीर रूप से बीमार अन्य मरीजों को त्रिवेणी हॉस्पिटल और निजी क्लीनिकों में भर्ती कराया गया है।

150 शिकायतें, अब जागा प्रशासन

बताया जा रहा है कि पिछले एक हफ्ते में करीब 150 लोग दूषित पानी की शिकायत प्रशासन से कर चुके थे, लेकिन समय रहते कार्रवाई न होने से यह स्थिति बनी। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के हस्तक्षेप के बाद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें अलर्ट पर हैं। पानी के नमूनों की जांच की जा रही है और इलाके में वैकल्पिक जल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है।

जांच के लिए पानी के सैंपल लैब भेजे

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। मंत्री विजयवर्गीय ने स्पष्ट किया कि प्रभावितों के उपचार का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेंगी। पानी की शुद्धता की जांच के लिए नमूने लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आते ही संक्रमण के मूल कारण का पता चलेगा।

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शौचालय के नीचे पाइपलाइन में मिला लीकेज

नगर निगम की जांच में भागीरथपुरा चौकी के पास स्थित एक शौचालय के नीचे से गुजरने वाली मुख्य पाइपलाइन में लीकेज पाया गया है। आशंका जताई जा रही है कि इसी रिसाव के कारण दूषित पानी पीने के पानी की लाइन में मिल गया, जो क्षेत्र में बीमारी और मौतों का कारण बना। नगर निगम कमिश्नर दिलीप कुमार यादव ने कहा लीकेज को ठीक करने का काम तत्काल शुरू कर दिया गया है। पाइपलाइन की मरम्मत के बाद पूरी लाइन की फ्लशिंग और क्लोरीनेशन (Chlorination) की जाएगी।

कलेक्टर शिवम वर्मा ने जाना मरीजों का हाल

हालात की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर शिवम वर्मा अपनी पूरी प्रशासनिक टीम के साथ एमवाय (MY) अस्पताल पहुंचे। उन्होंने भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से व्यक्तिगत रूप से चर्चा की। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों को निर्देश दिए कि इलाज में कोई भी कमी न रहे और मरीजों को सर्वोत्तम सुविधाएं मिलें। अस्पताल प्रबंधन को रिकवरी रेट की पल-पल की रिपोर्ट देने को कहा है।

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