Advertisment

IAS अधिकारियों के विवादित बोल: विरोध शुरू, BJP बोली- जिम्मेदार नागरिकों को नहीं करनी चाहिए जातिगत बातें, कर्मचारी संघ ने कहा- IAS मीट से रखा जाए दूर

IAS मी​नाक्षी सिंह के ​विवादित बयान के बाद इनका भी विरोध शुरू हो गया है। बीजेपी के साथ कर्मचारी संघ ने भी इन्हें लेकर आपत्ति जताई है। इन्हें आईएएस मीट में प्रवेश न दिए जाने की अपील की जा रही है।

author-image
Preeti Dwivedi
IAS officers Controversial Statement (2)

IAS Meenakshi Singh Statment Reacton: IAS संतोष वर्मा (IAS Santosh Varma) की सवर्ण समाज को लेकर की गई टिप्पणी के बाद अब आईएएस मीनाक्षी सिंह (IAS  Meenakshi Singh)  का वीडियो सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जाति की पहचान और जातिवादी होना आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। सवर्ण समाज के लोग सरनेम देख-देख उनका पक्ष-पात करते हैं। ये जातिवादी मानसिकता हमारे लिए जरूरी है। हम अपने लोगों को ढूंढें और उन्हें मदद करें। 

Advertisment

इस तरह इन आईएएस अधिकारियों द्वारा लगातार की जा रही बयानबाजी के बाद इन्हें लेकर विरोध शुरू हो गया है। भाजपा प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया का कहना है कि जिम्मेदार नागरिकों को जातिगत बातें शोभा नहीं देतीं तो वहीं मंत्रालय अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने एसोसिएशन से अपील की है कि इस तरह के अधिकारियों को आईएएस मीट (IAS Meet)  में प्रवेश न दिया जाए। 

आईएएस मीट से रखा जाए दूर

IAS Meenakshi Viral Video
मंत्रालय अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक

एमपी में आईएएस अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे विवादित बयानों को लेकर अब विरोध शुरू हो गया है। मंत्रालय अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने एसोसिएशन से अपील की है कि आईएएस संतोष वर्मा को आईएएस मीट में प्रवेश न दिया जाए। संतोष वर्मा ने महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी। 

गणमान्य नागरिकों को नहीं करनी चाहिए जातिगत बातें 

IAS Meenakshi Singh
राजपाल सिंह सिसोदिया, प्रवक्ता बीजेपी

बीते दिनों भोपाल में हुए अजाक्स सम्मेलन में IAS मीनाक्षी सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वे जाति बताना समय की मांग बता रहीं हैं। उनके इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने कहा उच्च पदों पर बैठे अधिकारी, नेता या गणमान्य नागरिकों को जातिगत बातें नहीं करनी चाहिए। आप जिस समाज से आते हैं उसे समाज के लोगों का भला करें इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन दूसरे समाज के लोगों से पक्षपात करें या इस तरह के बयान दें या बिल्कुल उचित नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जहां-जहां हैं वहां सभी लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। 

Advertisment

जानें क्या है पूरा मामला 

दरअसल IAS संतोष वर्मा की सवर्ण समाज को लेकर की गई टिप्पणी के बाद अब आईएएस मीनाक्षी सिंह  IAS Meenakshi Singh Video का वीडियो सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जाति की पहचान और जातिवादी होना आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। सवर्ण समाज के लोग सरनेम देख-देख उनका पक्ष-पात करते हैं। ये जातिवादी मानसिकता हमारे लिए जरूरी है। हम अपने लोगों को ढूंढें और उन्हें मदद करें।

जानें कौन सा वीडियो हो रहा है वायरल 

आईएएस मीनाक्षी सिंह मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ यानी अजाक्स की साधारण सभा में बोल रही हैं। उनका यह बयान वायरल हो रहा है। जिसमें मंच से वे कह रही हैं कि आज के समय में जातिवादी होना सबसे बड़ी मांग है और जातिगत पहचान रखना जरूरी है। 

बच्चों का बताना होगा हम आदिवासी हैं

आईएएस मीनाक्षी सिंह ने कहा कि अजाक्स को केवल हमारे संगठन तक नहीं बल्कि समाज तक जाना होगा। समाज को जोड़ने के लिए सबसे पहली धूरी हमारा परिवार है।
 उन्होंने कहा, हमारे बच्चों को बताना पड़ेगा कि हम आदिवासी हैं। हम एससी समुदाय से हैं। हमारी जाति क्या है? जातिगत पहचान और जातिवादी होना आज के समाज की आज के समय की सबसे बड़ी मांग है।

Advertisment

सवर्ण समाज के लोग सरनेम देखकर पक्षपात करते हैं

आईएएस मीनाक्षी सिंह ने कहा, हमको आप देखते होंगे, सवर्ण समाज के लोग सरनेम देख-देख कर उनका पक्षपात करते हैं। ये जातिवाद, ये जातिवादी मानसिकता हमारे लिए जरूरी है। हम लोग अपने लोगों को ढूंढें और अपने लोगों को मदद करें। 

यह भी पढ़ें: भोपाल अजाक्स सम्मेलन: अब महिला IAS का नया वीडियो वायरल, बोलीं- सवर्ण समाज के लोग सरनेम‌ देखकर पक्षपात करते हैं

IAS Meenakshi Singh IAS Santosh Verma ias meenakshi singh video
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें