
रिपोर्ट- राजेश त्रिपाठी, भांडेर
Datia Vaccination Child Death: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप से 26 मासूमों की मौत और सतना में बच्चों को HIV संक्रमित ब्लड चढ़ाने की घटनाओं के बाद भी स्वास्थ्य विभाग चेता नहीं है। अब विभाग की लापरवाही का मामला दतिया से सामने आया है। यहां टीकाकरण से एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चों की हालत गंभीर है। घटना से गुस्साए लोगों ने शनिवार, 20 दिसंबर को कलेक्ट्रेट में मृत बच्चे और बीमार बच्चों को लेकर प्रदर्शन किया।
कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल में भर्ती हुए बच्चे
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए कलेक्टर ने तत्काल संज्ञान लिया और बीमार बच्चों को जिला अस्पताल रेफर करवाया। वर्तमान में तीन बच्चों का उपचार विशेषज्ञों की देखरेख में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि भर्ती बच्चे अब खतरे से बाहर हैं, लेकिन उन्हें अभी भी गहन निगरानी (Observation) में रखा गया है।
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पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल गठित
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने मृत बच्चे के शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराने का निर्णय लिया है।
बिसरा जांच: मौत के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए बच्चे का 'बिसरा' सुरक्षित कर जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
विभाग की सफाई: स्वास्थ्य विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या बच्चों को दी गई वैक्सीन में कोई खराबी थी या यह किसी अन्य 'एडवर्स रिएक्शन' से बच्चों की तबीयत खराब हुई है।
टीकाकरण प्रक्रिया पर सवाल
परिजनों का आरोप है कि इंजेक्शन लगने के कुछ ही देर बाद बच्चों की स्थिति बिगड़ने लगी थी। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की टीकाकरण प्रक्रिया और कोल्ड चेन मेंटेनेंस पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कलेक्टर ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
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