नई दिल्ली। January 2023 Hindu Festival नया साल 2023 आने वाला है। january 2023 vrat tyohar list ऐसे में साल के पहले महीने यानि जनवरी से ही त्योहारों की शुरुआत हो जाएगी। ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि नए साल 2023 में मकर संक्रांति, लोहड़ी आदि कब आने वाले हैं। जिसे लेकर आप तैयारी कर लें। आपको बता दें जनवरी की 6 तारीख को हिन्दू कैलेंडर के अनुसार पौष महीने की समाप्ति हो जाएगी। January 2023 Festival Calendar: इस माह में पौष पुत्रदा एकादशी, मकर संक्रांति, पोंगल, लोहड़ी, गुप्त नवरात्रि, वसंत पंचंमी जैसे बड़े त्योहार आएंगे।
जनवरी 2023 के व्रत त्योहार —
02 जनवरी 2023 (सोमवार) – पौष पुत्रदा एकादशी
04 जनवरी 2023 (बुधवार) – प्रदोष व्रत (शुक्ल)
06 जनवरी 2023 (शुक्रवार) – पौष पूर्णिमा व्रत
07 जनवरी 2023 (शनिवरा) – माघ महीना शुरू
10 जनवरी 2023 (मंगलवार) – संकष्टी चतुर्थी
12 जनवरी 2023 (गुरुवार) – स्वामी विवेकानंद जयंती
14 जनवरी 2023 (शनिवार) – लोहड़ी
15 जनवरी 2023 (रविवार) – मकर संक्रांति, सूर्य उत्तरायण, पोंगल, कालाष्टमी
18 जनवरी 2023 (बुधवार) – षटतिला एकादशी व्रत
19 जनवरी 2023 (गुरुवार) – प्रदोष व्रत (कृष्ण)
20 जनवरी 2023 (शुक्रवार) – मासिक शिवरात्रि व्रत
21 जनवरी 2023 (शनिवार) – माघ अमावस्या (मौनी अमावस्या)
22 जनवरी 2023 (रविवार) – माघ गुप्त नवरात्रि शुरू
23 जनवरी 2023 (मंगलवार) – सुभाष चंद्र बोस जयंती
26 जनवरी 2023 (गुरुवार) – बसंत पंचमी, सरस्वती पूजा
28 जनवरी 2023 (शनिवार) – नर्मदा जयंती, भीष्म अष्टमी, रथ सप्तमी
30 जनवरी 2023 (सोमवार)- माघ गुप्त नवरात्रि समाप्त
मकर संक्रांति 2023
साल में 12 संक्रांति आती हैं। इसमें से मकर संक्रांति सबसे अधिक खास मानी जाती है। वो इसलिए क्योंकि इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। आपको बता दें हिंदूओं का सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। साथ ही इस दिन से शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है।
लोहड़ी 2023
पंजाबियों का खास त्योहार लोहड़ी इस साल 14 जनवरी को मनाया जाएगा। आपको बता दें नए फसल के कटाई और बुआई के खुशी में इसे मनाया जाता है। इसमें अग्नि में तिल, रेवड़ी, मूंगफली, गुड़ आदि चीजें अर्पित करके अग्नि देव और सूर्य देव का आभार प्रकट किया जाता है। साथ ही साथ आने वाली फसल की अच्छी पैदावार की कामना की जाती है।
मौनी अमावस्या 2023
माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन मौन रहने का बड़ा महत्व है। इस दिन मौन रहकर व्रत रखने के पीछे मान्यता है कि इससे साधक अपनी कमियों को समझकर उन्हें दूर करने की कोशिश करता है।