Advertisment

इंडो-सारसेनिक वास्तुकला को दिखाता Gateway of India, जो आपको ले जाएगा अरब सागर तक

Gateway of India: मुंबई में देखने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक गेटवे ऑफ इंडिया है, जो औपनिवेशिक समय के दौरान बनाया गया था।

author-image
Akash Upadhyay
इंडो-सारसेनिक वास्तुकला को दिखाता Gateway of India, जो आपको ले जाएगा अरब सागर तक

Gateway of India: मुंबई में देखने के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक गेटवे ऑफ इंडिया है, जो औपनिवेशिक समय के दौरान बनाया गया था।

Advertisment

1911 में किंग जॉर्ज ननननन V की यात्रा की याद में बनी, यह पहली संरचना थी, जिसे कोई पर्यटक समुद्र के रास्ते मुंबई आते समय देखेगा।

इसकी शानदार वास्तुकला आज भी सभी को लुभाती है। अरब सागर की ओर देखने वाला गेटवे ऑफ इंडिया एक बेहद प्रभावशाली दृश्य प्रस्तुत करता है।

गेटवे ऑफ इंडिया न केवल ऐतिहासिक महत्व बल्कि एक मनोरम वास्तुकला भी प्रस्तुत करता है, जिसे जॉर्ज विटेट द्वारा डिजाइन किया गया था।

Advertisment

History of Gateway of India । गेटवे ऑफ इंडिया का इतिहास

गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण 1911 में किंग जॉर्ज  V और क्वीन मैरी की मुंबई (बॉम्बे) की शाही यात्रा को  याद करने के लिए किया गया था।

इसकी की नींव मार्च 1911 में बॉम्बे के तत्कालीन गवर्नर सर जॉर्ज सिडेनहम क्लार्क द्वारा रखी गई थी। इस स्मारक का निर्माण 1924 में पूरा हुआ था।

एक समय ब्रिटिश काल की भव्यता का प्रतिनिधित्व करने वाला यह वह स्थान भी था, जहां से आजादी के समय ब्रिटिश रेजिमेंट की आखिरी टुकड़ी ने मार्च किया था।

Advertisment

1948 में 'समरसेट लाइट इन्फैंट्री की पहली बटालियन' के निधन पर एक समारोह यहां आयोजित किया गया था।

Architecture of Gateway of India । गेटवे ऑफ इंडिया की वास्तुकला

गेटवे ऑफ इंडिया स्मारक को इंडो-सारसेनिक वास्तुकला शैली में बनाया गया है, जिसमें इस्लामी वास्तुकला शैलियों का भी स्पर्श है।

पीले बेसाल्ट और बाइंडिंग कंक्रीट से निर्मित, इसमें उत्कृष्ट जाली का काम किया गया है। 83 फीट की ऊंचाई और 48 फीट के व्यास वाला इसका केंद्रीय गुंबद स्मारक को और भी भव्य बनाता है। इसके मेहराब के पीछे सीढ़ियाँ बनाई गई हैं जो पर्यटकों को अरब सागर तक ले जाती हैं।

Advertisment

How to reach Gateway of India । गेटवे ऑफ इंडिया तक कैसे पहुंचे?

यह शहर का एक लोकप्रिय स्थल है, इसलिए आपको यहां पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी। आप शहर के किसी भी हिस्से से गेटवे ऑफ इंडिया तक कोई ऑटोरिक्शा या निजी टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।

यदि आप लोकल ट्रेनों से यात्रा कर रहे हैं, तो आप नजदिकी स्टेशनों पर उतर सकते हैं, जो छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन (2.5 किमी दूर) और चर्चगेट स्टेशन (2.4 किमी दूर) हैं।

यहां से आप लोकल ऑटो-रिक्शा को किराये पर ले सकते हैं।

Timings of Gateway of India । गेटवे ऑफ इंडिया का समय

गेटवे ऑफ इंडिया दिन-रात और सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है।

ये भी पढ़े:

अपने आकर्षण से लुभाता Marine Drive Mumbai, ये है घुमने की शानदार जगह

Vichar Manthan: दिखावे की दुनिया में मानवता के अस्तित्व पर मंडराता संकट

Sholay In Hollywood: क्या होता यदि शोले हॉलीवुड में बनी होती? कुछ ऐसी मिली प्रतिक्रिया

Henley Passport Index: इन जगहों पर भारतीय बिना वीजा के कर सकते हैं यात्रा, देखें पूरी लिस्ट

Viral News: दुबई के शासक से अचानक मिले अनस रहमान, बोले ‘ज़मीन से जुड़े इंसान’

Gateway of India, Gateway of India History, Mumbai Tour, गेटवे ऑफ इंडिया, गेटवे ऑफ इंडिया हिस्ट्री, मुंबई टूर

Gateway of India gateway of india history Mumbai Tour गेटवे ऑफ इंडिया गेटवे ऑफ इंडिया हिस्ट्री मुंबई टूर
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें