INDIA Alliance: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस आज से तीन दिन तक दिल्ली में सहयोगी दलों के साथ मंथन करेगी. इस दौरान लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग पर बात हो रही है लेकिन आगे की राह आसान नहीं है.
इंडिया ब्लॉक की चार बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कई सवाल ऐसे हैं जिनका अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. बार बार ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जो बता रहे हैं कि खींचतान चल रही है.हर रोज मामला पेचीदा होता दिख रहा है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा अपनी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जाने पर मायावती ने उनको जवाब दिया है. उन्होंने सपा प्रमुख को बसपा पर टिप्पणी करने से पहले खुद की गिरेबान में झांकने की नसीहत दी है.
बसपा सुप्रीमो ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘अपनी व अपनी सरकार की खासकर दलित-विरोधी रही आदतों, नीतियों एवं कार्यशैली आदि से मजबूर सपा प्रमुख द्वारा बीएसपी पर अनर्गल तंज कसने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में भी झांककर जरूर देख लेना चाहिए’.
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इंडिया ब्लॉक के कुनबे में पूरी 19 पार्टियां जुट तो गई हैं लेकिन सहमति नहीं बन पा रही हैं. ब्लॉक की चार बैठकें भी हो गई लेकिन अब तक ‘चार दिन चले ढ़ाई कोस’ वाली बात हो रही है. कभी यूपी में खींचतान नजर आती है तो कभी बंगाल में. न चेहरा तय हो पाया है ना मुद्दे.
चार बैठकों में बडा मंथन तो हो गया लेकिन अब तक कोई ठोस बात तय नहीं हो पाई है. पिछली बैठक में तय हुआ था कि 31 दिसम्बर तक सीटों शेयरिंग पर आखिरी फैसला हो जाएगा लेकिन नए साल के आज सात दिन गुजर चुके हैं लेकिन इंडिया ब्लॉक में सीटों पर कोई फैसला नहीं हो पाया है.
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2. साथ ही, तत्कालीन सपा प्रमुख द्वारा भाजपा को संसदीय चुनाव जीतने से पहले व उपरान्त आर्शीवाद दिए जाने को कौन भुला सकता है। और फिर भाजपा सरकार बनने पर उनके नेतृत्व से सपा नेतृत्व का मिलना-जुलना जनता कैसे भूला सकती है। ऐसे में सपा साम्प्रदायिक ताकतों से लडे़ तो यह उचित होगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 7, 2024
दरअसल, अखिलेश यादव कल बलिया दौरे पर थे. यहां पत्रकारों ने जब उनसे इंडिया ब्लॉक में मायावती और बसपा को शामिल करने के बारे में सवाल किया तो उन्होंने तंज भरे लहजे में पूछा, ‘उसके बाद का (2024 लोकसभा चुनाव) भरोसा आप दिलाओगे.
बात भरोसे का है. अगर वह आती हैं तो आप में से कौन भरोसा दिलाएगा?’ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में हुई इंडिया ब्लॉक की बैठक में अखिलेश यादव ने बीएसपी को शामिल करने के प्रति असहमति जताई थी.
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