भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब हबीबगंज GRP थाने का नाम भी बदल दिया गया है। अब इसे रानी कमलापति जीआरपी थाना के नाम से जाना जाएगा। करीब सात माह पहले ही हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलते हुए रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किया गया था। अब स्टेशन के GRP थाने का नाम भी बदल दिया गया है।
दरअसल, नवंबर 2021 में हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति के नाम पर कर दिया गया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को भोपाल पहुंचकर इस स्टेशन का उद्घाटन करते हुए नाम बदलने की घोषणा की थी। उस समय से हबीबगंज जीआरपी थाने का नाम बदलने की भी चर्चा शुरू हो गई थी।
पीएम मोदी ने रानी कमलापति स्टेशन का उद्घाटन किया था
15 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल पहुंचे थे। तब पीएम मोदी ने ही रानी कमलापति स्टेशन का उद्घाटन किया था। 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंति के दिन पीएम मोदी भोपाल पहुंचे थे। यहां मोदी ने आदिवासी समुदाय को संबोधित किया था। साथ ही रानी कमलावती स्टेशन का उद्घाटन भी किया था।
दरअसल, तब मध्य प्रदेश सरकार ने ही केन्द्र सरकार से जल्द ही भोपाल स्थित देश के सबसे आधुनिक हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन किए जाने का अनुरोध किया था। रानी कमलापति गोंड शासक निज़ाम शाह की पत्नी थीं। गोंड समुदाय भारत में आदिवासियों का सबसे बड़ा समुदाय है।
पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम भी टंट्या भील किया था
बता दें कि नवंबर 2021 में ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि इंदौर जिले में स्थित पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम भी टंट्या भील रेलवे स्टेशन होगा। टंट्या भील आदिवासी आदर्श एवं मध्य प्रदेश के जननायक थे।
मंडला जिले के रामनगर में जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या भील रेलवे स्टेशन किए जाने की घोषणा की थी। साथ ही कहा था कि इंदौर स्थित भंवर कुआं चौराहे का नाम भी टंट्या भील चौराहा होगा।
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