Eye Flu Home Remedies: मध्य भारत सहित पूरे उत्तर भारत में कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis), जिसे आई फ्लू (Eye Flu) भी कहते हैं, का कहर जारी है। केवल बच्चे ही नहीं बल्कि जवान और बुजुर्ग लोग भी इसकी चपेट में आकर परेशान हैं। कंजक्टिवाइटिस या आई फ्लू को आम भाषा में ‘आंख आना’ कहते हैं।
खबर है कि किसी-किसी स्कूल में सारे के बच्चे आई फ्लू से पीड़ित हो गए हैं। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट इन स्कूलों में लंबी छुट्टी करवा दिया है। आइए जानते हैं, कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) यानी आई फ्लू (Eye Flu) के लक्षण, बचाव और घरेलू नुस्खे क्या हैं?
कंजक्टिवाइटिस इन हिंदी – Conjunctivitis in Hindi
भारत में इस वक्त मानसून का सीजन चल रहा है। ऐसे में बारिश के चलते तापतान में गिरावट और नमी की वजह से बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी बढ़ने लगी है।
तापमान में फेरबदल की वजह से लोगों को सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच देशभर में आई फ्लू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली और गुजरात जैसे राज्यों में लोग तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस संक्रमण को मेडिकल भाषा में पिंक आई कंजक्टिवाइटिस (Pink Eye Conjunctivitis) का नाम दिया गया है। जहां विशुद्ध हिंदी की बात है, तो इसे ‘नेत्रश्लेष्मलाशोथ’ कहते हैं।
आई फ्लू के लक्षण – Symptoms of Eye Flu or Conjunctivitis
आई फ्लू के साधारण लक्षण की बात करें, तो आखों में जलन और दर्द के साथ खुजली होना इसके शुरूआती लक्षण के तौर पर देखा जाता है। इस इंफेक्शन के चलते आंखों पर बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
आई फ्लू के लक्षण को पहचाने के लिए इसके कुछ स्टेप नीचे दिए गए हैं, जिसके जरिए आप आई फ्लू के लक्षण को पहचान सकते हैं। आई फ्लू के ये विशेष लक्षण इस प्रकार हैं:
आंखों का सफेद भाग लाल या गुलाबी रंग का होना
आंखों में खुजली, चुभन, दर्द या जलन होना
आंखों की पलकों में सूजन की समस्या होना
आंखों में लगातार पानी आना
रोशनी वाली जगह पर निकलते ही आखों में चुभन होना
आंखें धुंधली होना (आंखों पर जोर देने पर आसानी से चीजों का दिखाई नहीं देना)
सुबह उठने के वक्त आखों में चिपचिपा महसूस होना
सुबह उठने के वक्त पलकों का आपस में चिपक जाना
आई फ्लू से बचाव के उपाय – Eye Flu Prevention Tips
अगर आपके आस-पास इस तरह का संक्रमण फैल रहा है, तो आपको सचेत होने की जरूरत है। इसके लिए आप कुछ सिंपल प्रिकॉशन अपना कर इस संक्रमण से बच सकते हैं। आइए जानते हैं कि आई फ्लू के इंफेक्शन से कैसे बचा जा सकता है। बस आपको कुछ साधारण से स्टेप फॉलो करने होंगे।
आप अपनी आखों को गंदे हाथों से छूने से बचें।
अपने हाथों को बार-बार धोएं। इसके लिए आप साबून या सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप धूप में निकल रहे हैं, तो चश्मा पहन कर जाएं।
दोपहर में घर से निकलते वक्त अपने सिर पर टॉवल का इस्तेमाल करें।
Eye Flu Treatment in Hindi – आँखो के फ्लू का इलाज | कंजक्टिवाइटिस के घरेलू उपाय – Eye Flu Home Remedies
Eye Flu Treatment in Hindi: आँखो के फ्लू का इलाज के घर पर प्राथमिक उपचार और घरेलू उपाय करने से आंखों को राहत दी जा सकती है। अगर आपको भी ऊपर में बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो सबसे पहले आप ये घरेलू उपाय अपना सकते हैं:
आखों में गुलाब जल डालें:
हम सभी के घरों प्रायः गुलाब जल जरुर रहता है। जब भी आइ फ्लू के लक्षण दिखें तो सबसे पहले दोनों आखों में गुलाब जल की एक-दो बूंदें डालें और एक-दो मिनट तक अपनी आंखें बंद कर के रखें।
गुलाब जल का एंटी बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण आंखों संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में सहायता करते हैं।
साथ ही आंखों को साफ करता है और ठंडक पहुंचाता है। इससे आंखों की जलन, खुजली और फ्लू के दर्द से राहत मिल जाएगी।
आखों पर आलू की कच्ची चिप्स रखें:
आलू को छील कर और अच्छे से धोकर साफ़ कर लें। फिर उसकी चिप्स बना लें और दोनों आखों पर 10 से 15 मिनट तक रखें।
आंखों जलन और खुजली के लिए आलू के कच्चे चिप्स काफी फायदेमंद होते है, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। यह आंखों में संक्रमण को रोकने में भी सहायता करता है। आंखों की सूजन और दर्द से भी आराम मिलता है।
तुलसी के पानी से आंख धोएं:
इसके लिए तुलसी के कुछ स्वस्थ पत्तों को अच्छे से घो लें। फिर उन पत्तों को थोड़ा मसल दें। फिर एक बाउल में साफ़ पानी में रख उन पत्तों को रात भर के लिए छोड़ दें। अगले दिन उस पानी से आंखों को धो लें। यह प्रक्रिया दिन में दो बार और दो-तीन दिनों तक करें।
तुलसी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट आंखों को संक्रमण से बचाते हैं। तुलसी के पानी के इस्तेमाल से दर्द और जलन में राहत मिलती है।
कच्ची हल्दी के पानी से आंखों को साफ़ करें:
तुलसी की तरह ही हल्दी में भी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं। यह आंखों के लिए भी बेहद गुणकारी है।
आइ फ्लू के संक्रमण, जलन और दर्द से राहत के लिए कच्ची हल्दी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर रात भर के लिए गर्म और साफ़ पानी में भीगने के लिए रख दें। अगले दिन उस पानी से आखों को धो लें या रुई के फाहों से आंखों को अच्छे से पोंछ लें। ऐसा दिन में दो-तीन बार करें।
हल्दी के औषधीय गुणों से आंखों के आसपास की गंदगी साफ हो जाएगी और आप संक्रमण से बच जाएंगे।
ग्रीन टी बैग्स से मिलती है आंखों को राहत:
गुनगुने पानी में भीगे ग्रीन टी बैग्स तो थोड़ी देर के लिए आंखों पर रखें। यदि आप चाहें तो उसे ठंडा कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण आंखों की जलन, खुजली दर्द और सूजन कम करने में सहायक होते हैं।
साथ ही आप आंखों को समय-समय पर निर्मल और ताजे पानी से धोते रहें। आइ फ्लू से राहत के लिए ये कुछ प्राथमिक उपचार और घरेलू उपाय हैं। लेकिन, यदि समस्या गंभीर हो, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेकर इसका उचित उपचार करवानी चाहिए।
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