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Horror Christmas Traditions: क्रिसमस का नाम आते ही दिमाग में केक, गिफ्ट, सांता क्लॉज और खुशियों की तस्वीर उभरती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं जहां क्रिसमस डर, रहस्य और खौफनाक परंपराओं में मनाई जाती है।
25 दिसंबर 2025 को जब पूरी दुनिया क्रिसमस की खुशियां मना रही होती है, तब कुछ जगहों पर लोग ऐसी परंपराएं निभाते हैं जिन्हें जानकर आपका भी दिल दहल सकता है। आइए जानते हैं दुनिया की सबसे डरावनी क्रिसमस परंपराओं के बारे में।
वेल्स की ‘मारी ल्वीड’- घोड़े की खोपड़ी वाला खौफ
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वेल्स में क्रिसमस के मौके पर लोग एक वयस्क घोड़े की खोपड़ी को लंबा सफेद लबादा ओढ़ाकर गलियों में घूमते हैं। आंखों में चमकती नकली पुतलियां और खुला जबड़ा इस परंपरा को और डरावना बना देता है। स्थानीय लोग इसे मारी ल्वीड कहते हैं। इस दौरान मंत्रोच्चार करते हुए घर-घर जाकर क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हैं। देखने वालों के लिए यह नज़ारा किसी हॉरर फिल्म से कम नहीं होता।
ऑस्ट्रिया और बवेरिया की चुड़ैल ‘फ्राउ पर्चटा’
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ऑस्ट्रिया और बवेरिया में लोग क्रिसमस के मौके पर फ्राउ पर्चटा नाम की चुड़ैल का वेश धारण करते हैं। इसके पोछे की मान्यता है कि वह रात में गांव की गलियों में घूमकर बुरी आत्माओं को भगाती है। कहानी इतनी डरावनी है कि कहा जाता है वह शरारती बच्चों को सजा देने के लिए उनका पेट चीरकर भूसा भर देती है। यही कारण है कि बच्चे इस परंपरा से बेहद डरते हैं।
कलिकंतजारी- बौनों का आतंक
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ग्रीस, बुल्गारिया, सर्बिया और तुर्की में कलिकंतजारी नाम के बौनों की दहशत रहती है। लोककथाओं के अनुसार, ये काले, रोएंदार, नुकीले दांत और सींगों वाले राक्षस होते हैं, जो क्रिसमस के समय मानव बस्तियों में आकर शरारत और तबाही फैलाते हैं।
पेरे फोएटार्ड-बच्चों का डर
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फ्रांस, बेल्जियम और स्विट्जरलैंड में संत निकोलस के साथ पेरे फोएटार्ड की कहानी जुड़ी है। किंवदंती के अनुसार, वह एक कसाई था जो अपनी पत्नी के साथ बच्चों का अपहरण और हत्या करता था। बाद में संत निकोलस ने मरे हुए बच्चों को जीवित कर दिया। आज भी यह किरदार बच्चों को डराने के लिए याद किया जाता है।
आइसलैंड की ग्रिला-बच्चों को खाने वाली राक्षसी
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आइसलैंड की लोककथाओं में ग्रिला नाम की विशालकाय राक्षसी का जिक्र मिलता है। मान्यता है कि क्रिसमस के दौरान वह शरारती बच्चों को अगवा कर अपनी गुफा में ले जाती है। इसके बाद उन्हें बड़े बर्तन में स्टू बनाकर खा जाती है। कहा जाता है कि उसके साथ एक खौफनाक काली बिल्ली भी रहती है।
हैंस ट्रैप- लालच का खौफनाक अंत
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फ्रांस के अल्सेस लोरेन क्षेत्र में हैंस ट्रैप की कहानी मशहूर है। वह लालच में शैतानी शक्तियों से जुड़ गया था। चर्च से बहिष्कृत होने के बाद सब कुछ खो बैठा और पुतले का वेश धारण कर गांव में घूमने लगा। किंवदंती है कि इंसानी मांस खाने की इच्छा के कारण उसे ईश्वर ने बिजली गिराकर मार दिया, लेकिन लोग आज भी मानते हैं कि वह क्रिसमस पर लौट आता है।
क्रैम्पस-आधा बकरा, आधा राक्षस
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ऑस्ट्रिया, स्लोवेनिया, क्रोएशिया और उत्तरी इटली में क्रैम्पस सबसे खौफनाक क्रिसमस प्रतीक माना जाता है। यह आधा बकरी और आधा राक्षस जैसा दिखता है, जिसकी लंबी जीभ, नुकीले सींग और भारी जंजीरें होती हैं। क्रिसमस के दौरान लोग इसका वेश पहनकर सड़कों पर निकलते हैं और डरावने अंदाज में चलते हैं, जिससे माहौल पूरी तरह डरावना हो जाता है।
जहां एक तरफ क्रिसमस प्यार, खुशियों और जश्न का त्योहार है, वहीं दुनिया के कई हिस्सों में इसे डर और रहस्य से जुड़ी परंपराओं के साथ मनाया जाता है।
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