Aaj Ka Mudda: मध्यप्रदेश बीजेपी ने गौरव यात्रा से चुनावी शंखनाद किया तो बीजेपी के दिग्गजों के मैराथन दौरों से अब कांग्रेस भी अलर्ट हो गई है। जल्द ही आदिवासियों को साधने कांग्रेस के दिग्गज एमपी में नजर आने वाले हैं। जिसके क्या मायने है, आईए जानते हैं।
मध्यप्रदेश के महाकौशल में चुनावी शंखनाद करने अमित शाह नहीं पहुंच सके, लेकिन सीएम शिवराज ने इसी बुलंद हौसले और ऊर्जा के साथ बीजेपी की गौरव यात्रा का शुभारंभ किया। बालाघाट से निकली इस यात्रा का समापन, पीएम मोदी की मौजूदगी में शहडोल में उस वक्त होगा जब 27 जून को प्रधानमंत्री शहडोल के आदिवासियों के बीच पहुंचेंगे।
यह भी पढ़ें… Bhopal: GNM के रिजल्ट पर लगी रोक, एमपी नर्सिंग काउंसिल ने जारी किया आदेश
जाहिर है कि बीजेपी आदिवासी वोटर्स को साधने में पूरी ताकत से जुटी है तो कांग्रेस और पूर्व सीएम कमलनाथ को घेरने के लिए महाकौशल में बिसात बिछाई जा रही है। गौरव यात्रा कार्यक्रम में भी इसी का नजारा देखने को मिला।
आदिवासी वोट बैंक को लेकर बीजेपी की मेगा तैयारी
आदिवासी वोट बैंक को लेकर बीजेपी की मेगा तैयारी है। जिसे देखते हुए कांग्रेस भी अलर्ट हो गई है। पिछले चुनाव में आदिवासियों ने कांग्रेस का भरपूर साथ दिया, जिससे कांग्रेस की कमलनाथ सरकार बन पाई थी। आने वाले चुनाव में आदिवासी वोटर्स कांग्रेस के हाथ से ना फिसल जाए, इसके लिए कांग्रेस के दिग्गज भी अब एमपी आने वाले हैं। जल्द ही प्रियंका गांधी आदिवासी इलाकों में सभाएं करेंगी जिसकी तैयारी में एमपी कांग्रेस जुट गई है।
प्रदेश की करीब 21 फीसदी आबादी आदिवासी
बात आदिवासी समीकरणों की करें तो प्रदेश की करीब 21 फीसदी आबादी आदिवासी है। 230 सीटों में से 47 सीटें एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। वहीं, कई सीटों पर आदिवासी वोट नतीजों को प्रभावित करते हैं। 2018 में कांग्रेस ने 47 एसटी सीटों में से 30 सीटें हासिल की थी जबकि इसके उलट 2013 में, बीजेपी के खाते में 32 सीटें आईं थीं। जाहिर है कि आदिवासी वोटर्स ने एमपी का चुनावी गेम बदला है और वो इस बार भी गेमचेंजर साबित होने वाला है।
ये भी पढ़ें…
SSC CHSL Recruitment 2022: एसएससी सिएचएसएल टीयर- 2 का एडमिट कार्ड जारी , देखें परीक्षा की तारीख
Adipurush: भगवान हनुमान के विवादित डायलॉग्स में किया गया बदलाव, नया वीडियो आया सामने