Advertisment

गैंगस्टर मयंक सिंह की रिमांड में बड़े खुलासे: रायपुर और झारखंड में फायरिंग, मीडिया को धमकी और करोड़ों की रंगदारी की साजिश करना किया स्वीकार

झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह की चार दिन की पुलिस रिमांड में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पूछताछ में उसने रायपुर और झारखंड में फायरिंग, मीडिया को धमकी भरे ई-मेल और एक करोड़ से ज्यादा की रंगदारी मांगने की बात स्वीकार की है।

author-image
Harsh Verma
Gangster Mayank Singh

Gangster Mayank Singh Remand: झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह की चार दिन की पुलिस रिमांड का आज दूसरा दिन है और पूछताछ के शुरुआती दौर में ही कई सनसनीखेज खुलासे सामने आए हैं। बुधवार को रिमांड के पहले दिन रायपुर पुलिस की कड़ी पूछताछ में मयंक सिंह ने स्वीकार किया कि उसने रायपुर और झारखंड में फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दिलवाया, मीडिया को धमकी भरे ई-मेल भेजे और बड़े कारोबारियों से मोटी रंगदारी मांगी।

Advertisment

यह भी पढ़ें: भूपेश बघेल के आरोपों पर पं. धीरेंद्र शास्त्री का पलटवार: हिंदू एकता, अंधविश्वास, राष्ट्रवाद और संविधान पर दिया ये बयान

10 लाख में दिया गया फायरिंग का ठेका

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में मयंक सिंह ने कबूल किया कि उसने कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को 10 लाख रुपये में फायरिंग का ठेका दिया था। इस ठेके के तहत अमन साव ने पंजाब के पेशेवर शूटरों के जरिए फायरिंग करवाई। बताया जा रहा है कि झारखंड में कंपनी साइट और रायपुर में एक कारोबारी के दफ्तर को निशाना बनाया गया था।

पुलिस का कहना है कि यह फायरिंग लेवी और रंगदारी नहीं देने के कारण करवाई गई थी, ताकि डर का माहौल बनाया जा सके और कारोबारी दबाव में आ जाएं।

Advertisment

एक करोड़ से ज्यादा की रंगदारी की मांग

पूछताछ में यह भी सामने आया है कि मयंक सिंह ने लेटर और फोन कॉल के जरिए 1 करोड़ रुपये से अधिक की रंगदारी की मांग की थी। पुलिस के मुताबिक, मयंक बड़े उद्योगपतियों और कारोबारियों को निशाना बनाता था। रंगदारी नहीं मिलने की स्थिति में वह फायरिंग और धमकी जैसी वारदातों को अंजाम दिलवाता था, जिससे पीड़ितों में दहशत बनी रहे।

मीडिया को धमकी भरे ई-मेल की पुष्टि

मयंक सिंह ने यह भी स्वीकार किया कि 16 जून 2024 को छत्तीसगढ़ की मीडिया को भेजा गया धमकी भरा ई-मेल उसी ने भेजा था। उस ई-मेल में कारोबारियों के परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई थी। इस ई-मेल के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया था और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई थीं।

वरिष्ठ अधिकारियों की सीधी निगरानी

पूरे मामले की निगरानी डॉ. लाल उमेद सिंह कर रहे हैं। रायपुर एसएसपी के साथ एडिशनल एसपी (क्राइम) और डीएसपी स्तर के अधिकारी भी लगातार पूछताछ में शामिल हैं। पुलिस को उम्मीद है कि रिमांड के दौरान हथियार सप्लाई नेटवर्क, शूटरों की पूरी चेन और लॉरेंस बिश्नोई व अमन साव गैंग से जुड़े कई अहम राज सामने आ सकते हैं।

Advertisment

चार दिन की रिमांड से कई परतें खुलने की उम्मीद

गौरतलब है कि मयंक सिंह को रायपुर फायरिंग केस का मुख्य आरोपी माना जा रहा है। उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, धमकी और फायरिंग जैसे 45 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस का मानना है कि चार दिन की रिमांड में अपराध की पूरी साजिश, आर्थिक लेन-देन और अंतरराज्यीय नेटवर्क से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं, जिससे बड़े अपराधियों तक पहुंच आसान हो जाएगी।

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में अनोखी प्रेम कहानी को मिला अंजाम: परिवार के विरोध के बाद थाने में पहुंचा प्रेमी जोड़ा, पुलिस बनी बाराती और मंदिर में कराई शादी

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें