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रिपोर्ट - सिकंदर खान
CG Illegal Sand Mining: एमसीबी/मनेंद्रगढ़। जनकपुर इलाके में अवैध रेत उत्खनन (Illegal Sand Mining) का मामला एक बार फिर उजागर हुआ है। मलकडोल ग्राम पंचायत में भारी मात्रा में रेत निकाली जा रही है और इसके लिए पोकलेन (Poklen Machine) जैसी बड़ी मशीनों का खुलकर इस्तेमाल हो रहा है। यह उत्खनन न केवल अवैध बताया जा रहा है बल्कि पर्यावरण नियमों की भी खुलकर अनदेखी की जा रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हर दिन 30 से अधिक हाइवा (Hyva Trucks) के जरिए रेत को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) और उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) तक भेजा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह रेत कारोबार लंबे समय से चल रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
अवैध उत्खनन का वीडियो दिखाने पर भी कार्रवाई से बचते अधिकारी
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बंसल न्यूज के संवाददाता ने जब जिला माइनिंग ऑफिसर (District Mining Officer) से इस पूरे मामले पर सवाल किया, तो उन्होंने हैरानी भरा जवाब दिया। अधिकारी का कहना था कि उन्हें भारी मशीनों के इस्तेमाल की कोई जानकारी नहीं है। जबकि संवाददाता द्वारा उनसे पोकलेन मशीन का वीडियो तक दिखाया गया, इसके बावजूद अफसर जवाब देने से बचते रहे।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सरकारी मशीनरी इस अवैध धंधे पर आंखें मूंदे बैठी है। शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी है।
NGT नियमों की खुलेआम अवहेलना
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राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT – National Green Tribunal) के नियमों के तहत किसी भी नदी, नाले या रेत क्षेत्र में भारी मशीनों के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध है। बावजूद इसके जनकपुर में खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह सारा खेल प्रशासन के कुछ अधिकारियों की शह पर चल रहा है।
स्थानीय लोगों में रोष
इस पूरे मामले ने इलाके में आक्रोश को जन्म दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि रेत माफिया लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहा है और प्रशासन आंखें बंद किए बैठा है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
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