/bansal-news/media/media_files/2025/12/08/cg-liquor-scam-2-2025-12-08-16-04-26.jpg)
CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में जेल में बंद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की जमानत याचिका पर सोमवार, 8 दिसंबर को बिलासपुर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। ED की ओर से चल रही बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। मामले की सुनवाई जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा की सिंगल बेंच में हुई।
चैतन्य के वकील की दलील- ट्रायल में देरी हो रही
चैतन्य बघेल की ओर से दलील दी गई कि ट्रायल में देरी हो रही है और उनके खिलाफ शराब घोटाले से जुड़ी कोई ठोस भूमिका नहीं पाई गई है। बचाव पक्ष ने कहा कि मामला 4 अक्टूबर के एक बयान के आधार पर दर्ज किया गया और 2 करोड़ रुपए के लेनदेन का आरोप लगाया गया, लेकिन कहीं भी यह सिद्ध नहीं हुआ कि यह राशि शराब घोटाले से संबंधित है।
बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने याचिकाकर्ता और प्रतिवादी दोनों को रिटर्न समिशन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इसके बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा।
चैतन्य को बर्थडे पर किया था गिरफ्तार
ईडी ने चैतन्य बघेल को उनके जन्मदिन 18 जुलाई को भिलाई स्थित निवास से गिरफ्तार किया था। उन्हें PMLA, 2002 के तहत हिरासत में लिया गया। यह कार्रवाई एसीबी/ईओडब्ल्यू रायपुर द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई, जिसमें IPC की कई धाराएं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 शामिल है।
शराब घोटाले से प्रदेश को नुकसान
जांच में सामने आया कि कथित घोटाले से प्रदेश को भारी आर्थिक नुकसान हुआ और करीब 2,500 करोड़ रुपए की अवैध कमाई शराब सिंडिकेट से जुड़े लोगों तक पहुंचाई गई।
ED का दावा- चैतन्य को 16.70 करोड़ मिले
ईडी की जांच में दावा किया गया है कि चैतन्य बघेल को शराब घोटाले से 16.70 करोड़ रुपए नकद मिले, जिन्हें उन्होंने अपनी रियल एस्टेट कंपनियों में लगाया।
उन पर आरोप है कि उन्होंने ठेकेदारों को नकद भुगतान, बैंक इंट्री के रूप में कैश डिपॉजिट और त्रिलोक सिंह ढिल्लों के साथ मिलकर एक फर्जी फ्लैट खरीद योजना के तहत अतिरिक्त 5 करोड़ रुपए प्राप्त किए। बैंकिंग ट्रेल से कथित रूप से जुड़ाव सामने आया है कि आरोपित अवधि में ढिल्लों ने शराब सिंडिकेट से भुगतान प्राप्त किए।
कई बड़े आरोपी पहले से जेल में
शराब घोटाला मामले में ईडी अब तक कई बड़े आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें-
पूर्व IAS अनिल टुटेजा
अरविंद सिंह
त्रिलोक सिंह ढिल्लों
अनवर ढेबर
ITS अधिकारी अरुण पति त्रिपाठी
पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक कवासी लखमा
शामिल हैं। जांच अभी जारी है।
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/12/01/2025-12-01t081847077z-new-bansal-logo-2025-12-01-13-48-47.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें