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अमित शाह ने DG-IG Conference का किया उद्घाटन: कहा- नक्सल प्रभावित जिले 126 से घटकर 11 हुए, अगली कॉन्फ्रेंस तक देश नक्सलवाद से मुक्त होगा

DG-IG Conference: रायपुर में आयोजित 60वीं DG-IG कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की ठोस कार्रवाई के परिणामस्वरूप नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 126 से घटकर आज सिर्फ 11 रह गई है।

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Harsh Verma
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DG-IG Conference: राजधानी रायपुर में शनिवार को शुरू हुई तीन दिवसीय 60वीं DG-IG कॉन्फ्रेंस (Raipur DG-IG Conference) में देशभर से शीर्ष सुरक्षा अधिकारी और गृह मंत्रालय से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। इस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने किया।

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अपने संबोधन में शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में यह कॉन्फ्रेंस केवल विमर्श का मंच नहीं, बल्कि आंतरिक सुरक्षा की रणनीति बनाने और समाधान प्रस्तुत करने का राष्ट्रीय फोरम बन चुकी है।

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7 वर्षों में मिली बड़ी उपलब्धि- शाह

अमित शाह ने दावा किया कि नक्सलवाद पर सरकार की आक्रामक नीति और सुरक्षा जाल के विस्तार से बड़े परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 7 वर्षों में 586 फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन (Fortified Police Station) बनाकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है।

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शाह ने कहा कि साल 2014 में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 126 थी जो आज घटकर सिर्फ 11 जिले रह गए हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि अगली DGsP-IGsP कॉन्फ्रेंस तक नक्सलवाद का पूरी तरह अंत हो जाएगा।

उग्रवाद और आतंकवाद पर मोदी सरकार की रणनीति

शाह ने कहा कि पिछले चार दशक से देश नक्सलवाद, नार्थ-ईस्ट उग्रवाद और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद जैसी चुनौतियों से जूझ रहा था। लेकिन मोदी सरकार ने इन समस्याओं का स्थायी समाधान (Permanent Solution) दिया है।

उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों और कानूनों को मजबूत करने का उल्लेख करते हुए कहा कि NIA (National Investigation Agency) और UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) को सुदृढ़ बनाया गया। तीन नए आपराधिक कानून (New Criminal Laws) लागू किए जा रहे हैं। नारकोटिक्स और भगोड़ों के खिलाफ कठोर कानून बनाए गए हैं। शाह ने कहा कि इन कानूनों के पूरी तरह लागू होने के बाद भारतीय पुलिसिंग दुनिया की सबसे आधुनिक policing बन जाएगी।

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PFI, उग्रवाद और नारकोटिक्स पर केंद्र की कार्रवाई

अमित शाह ने कहा कि केंद्र द्वारा PFI (Popular Front Of India) पर प्रतिबंध लगाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे देश में उसके ठिकानों पर छापे और गिरफ्तारियां कीं। यह केंद्र और राज्यों के समन्वय का प्रमाण है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल Intelligence की Accuracy, Objective की Clarity और Action की Synergy के आधार पर उग्रवाद और आतंकवाद पर प्रहार कर रहे हैं।

नारकोटिक्स और संगठित अपराध पर जीरो टॉलरेंस

शाह ने कहा कि अब समय आ गया है कि NCB (Narcotics Control Bureau) के साथ समन्वय कर राज्यों की पुलिस अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोहों पर प्रहार करे। कहा “हमें नारकोटिक्स और organised crime पर 360 डिग्री प्रहार कर ऐसा सिस्टम बनाना है कि अपराधियों को इस देश में एक इंच जमीन भी न मिले।”

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कॉन्फ्रेंस में देश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने आंतरिक सुरक्षा, सीमा प्रबंधन, साइबर अपराध और संगठित अपराध से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।

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Raipur DG-IG Conference
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