नई दिल्ली। आज कल की Acidity Pain In Body भागदौड़ भरी जिंदगी और उल्टा सीधा खानपान लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ने लगा है। ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या घेर रही है गैस की। विशेषज्ञों की मानें तो शरीर में बनने वाली गैस डकार और फ्लैटस से बाहर निकलती है। यह समस्या तब उत्पन्न होती है, जब आपका पाचन तंत्र सही तरीके से कार्य नहीं करता है। गैस तब शरीर में अधिक बनती है, जब व्यक्ति कब्ज या दस्त से ग्रसित होता है। आइए हम आपको बताते हैं कौन—कौन से वे अंग है। जहां गैस से दर्द उठ सकता है।
चिकित्सकों की मानें तो एसिडिटी या गैस होने से शरीर के कुछ हिस्सों जैसे- पेट और सीने में दर्द होता है। आमतौर पर प्रतिदिन कम से कम 8 से 10 बार गैस पास होना व्यक्ति के स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी होता है। इसके पास न होने पर ही ये शरीर में दर्द का कारण पैदा करती है।
पेट में दर्द pain in stomach due to gas —
पेट में गैस बनने पर दर्द, मरोड़ और ऐंठन भी हो सकती है। ये एक सामान्य लक्षण हैं। गैस की वजह से पेट में दर्द होने पर गर्म पानी का सेवन करना चाहिए।
सीने में दर्द pain in chest due to gas —
गैस की वजह से सीने में भी दर्द हो सकता है। अक्सर लोग सीने में होने वाले दर्द को लोग हार्ट अटैक या दिल से जुड़ी बीमारी भी समझ बैठते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, गैस की वजह से आपके सीने में भी दर्द हो सकता है। चिकित्सकों के अनुसार गैस के शरीर से बाहर नहीं निकल पाने पर आपके शरीर के कई हिस्सों में घूमती है। सीने में जाने पर इसमें जकड़न और बेचैनी महसूस होती है। कुछ लोगों को गैस की वजह से सीने में दर्द के साथ-साथ जलन और चुभन भी महसूस हो सकता है। इसलिए अगर आपको सीने में दर्द हो, तो घबराएं नहीं। हां समस्या ज्यादा लगे तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
क्यों बनती है गैस?
डॉक्टरों का मानना है कि गैस हर व्यक्ति को अलग—अलग समस्याएं पैदा करता है। गैस की वजह से किसी का पेट फूल जाता है, उन्हें पेट में दर्द, डकार ज्यादा होती है। गैस की इस समस्या को डिस्पेसिया (Dyspraxia) का हिस्सा माना जाता है। इसकी वजह से आपकी छाती में जलन, चक्कर आना, उल्टी, दस्त, मतली जैसी शिकायत हो सकती है। मुख्य रूप से गर्ड ( Gastroesophageal reflux disease ) और सीबो ( Small intestinal bacterial overgrowth ) को इसका कारण माना जाता होता है। वैसे तो पेट में कुछ बैक्टीरिया हमेशा मौजूद रहते हैं, लेकिन कुछ किसी कारणवश: ओवरग्रोथ करने लगते हैं। यहीं कारण है कि पेट में गैस बनने लगती है।
हड्डियों और मांसपेशियों में भी दे सकता है दर्द —
डॉक्टर के अनुसार कुछ मरीज ऐसे भी होते हैं जो शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द की शिकायत लेकर आते हैं। मरीजों बताते हैं कि उनके हाथों में दर्द होता है। लेकिन जब हाथ को दबाया जाता है दर्द होता है pain in hand due to gas लेकिन डकार आने पर दर्द खत्म हो जाता है। उनका कहना है कि गैस हमारे शरीर के होलो ऑर्गन Hollow organ में होती है। मसल्स के अंदर इस तरह की गैस नहीं होती है। इस तरह के कई मरीज नर्वस और एंजायटी से ग्रसित होते हैं। दरअसल, इस तरह के मरीजों में फंक्शनल डिजीज से ग्रसित होते हैं, जिसकी वजह से उन्हें लगता है कि उनकी हड्डियों और मांसपेशियों में गैस की वजह से दर्द हो रहा है। गैस की वजह से मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द बायोजिकल नहीं हो सकता है। इस तरह की समस्याएं एंजायटी के फलस्वरूप या फिर अन्य बीमारियों की वजह से सिर, पैर, हाथ, पीठ और कमर में दर्द हो सकता है।
क्या गैस से कहीं और भी होता है दर्द?
डॉक्टर्स की मानें तो मांसपेशियों या फिर हड्डियों में गैस की वजह से दर्द के मामले बहुत की कम देखने को मिलते हैं। लोगों द्वारा गैस की वजह से पैरों आदि में दर्द होने को एक एंजायटी माना जा सकता है। pain in Leg due to gas गैस की वजह से कमर, पीठ, बाजू, कंधे में दर्द, सिर, पैरों जैसे हिस्सों में दर्द होने की संभावना काफी कम होती है। ये बहुत ही रेयर प्रॉब्लम है। जिसे पायरोमिया (pyromania) कहते हैं। इस समस्या से ग्रसित मरीजों के मसल्स काले पड़ने लगते हैं। गैस मांसपेशियों में इतनी आसानी से प्रवेश नहीं कर सकती। अगर किसी रेयर मामलों में प्रवेश कर भी जाए, तो व्यक्ति की स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि उसे तुरंत डॉक्टर की निगरानी की जरूरत पड़ सकती है। अगर आपको पसलियों में pain in ribs due to gas, सिर में pain in head due to gas या फिर अन्य हिस्सों में दर्द हो, तो बिना किसी देरी के डॉक्टर के पास पहुंच जाना चाहिए।
- यह खबर भी पढ़ें
- Side Effect Of Gaggery Tea : सर्दियों में गुड़ की चाय पीने वाले पढ़ लें ये खबर!बढ़ सकती हैं परेशानियां
- Rice In Cold : सर्दी होने पर चावल खाना चाहिए या नहीं, जानें क्या कहते हैं विशेषज्ञ
क्या न करें —
- हमारे द्वारा किया गया उल्टा—सीधा खानपान गैस की मुख्य वजह बनता है। अत: जब इससे निजाद पाने के लिए आपको सबसे पहले अपने खान—पान में बदलाव लाना होगा।
- गैस होने पर दूध बिल्कुल भी न लें। दूध से तैयार अन्य चीजें जैसे- छाछ, दही, लस्सी जैसी चीजों का उपयोग किया जा सकता है।
- गैस होने पर सिट्रिक एसिड युक्त फल और सब्जिया जैसे- नींबू, आंवला, संतरा, मौसमी इत्यादि का सेवन न करें।
- आपको हाई फाइबर युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि, आप लो फाइबर युक्त आहार ले सकते हैं।
- खाली पेट कभी भी चाय का सेवन न करें। अगर आप चाहे, तो पूरे दिन में 1 कप चाय पी सकते हैं। लेकिन चाय के साथ कुछ खाने की चीजें जैसे- बिस्किट, नट्स लेना न भूलें।
- गैस की वजह से आपके पेट और सीने में दर्द हो सकता है। सिर या फिर शरीर के अन्य हिस्सों में गैस की वजह से दर्द काफी रेयर मामलों में देखा गया है। हालांकि, अगर आपको इस तरह की परेशानी महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।