Intermittent Fasting: अगर आप वजन घटाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको डाइटिंग की जरूरत नहीं है। इंटरमिटेंट फास्टिंग से आप आसानी से वजन घटा सकते हैं। आपको भूखा भी नहीं रहना पड़ेगा और वजन भी कंट्रोल हो जाएगा।
क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग
इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) एक खानपान का तरीका है जिसमें हम खाने और उपवास (फास्ट) के बीच एक तय समय का अंतर रखते हैं। ये कोई डाइट प्लान नहीं, बल्कि खाने का पैटर्न है। इसमें कुछ घंटों तक खाना खाया जाता है और बाकी वक्त उपवास किया जाता है।
16 घंटे इंटरमिटेंट फास्टिंग
आमतौर पर लोग 16 घंटे की इंटरमिटेंट फास्टिंग और 8 घंटे खाने पर फोकस करते हैं। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है और बॉडी भी रिकवर होती है।
किस वक्त भोजन करना है और किस वक्त उपवास
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक तरीके का डाइट और वेट लॉस प्लान है। इसमें 16 घंटे फास्टिंग और 8 घंटे खाना खाने का वक्त होता है। अगर आप रात का खाना 8 बजे खा रहे हैं तो अगले दिन दोपहर 12 बजे ही भोजन करना है। दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक भोजन का टाइम रहेगा। वहीं रात 8 बजे से दोपहर के 12 बजे तक आप उपवास करेंगे। अगर आप रात का खाना 9 बजे खाते हैं तो अगले दिन 1 बजे भोजन करेंगे। कुल मिलाकर खाने के बीच में 16 घंटे का अंतर होना चाहिए।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान कैसी होनी चाहिए डाइट
सॉलिड फूड से शुरुआत
इंटरमिटेंट फास्टिंग के बाद जब आप पहला भोजन करें तो नाश्ते में दो आटे की ब्रेड, पनीर सैंडविच, टोफू सैंडविच या 2 अंडे का आमलेट खा सकते हैं। इसके अलावा आप 2-3 इडली, उत्तपम या फिर डोसा भी खा सकते हैं। ब्रेकफास्ट में सूजी का उपमा, ओट्स, पोहा, बेसन का चीला खाना भी फायदेमंद होता है।
लंच में क्या खाएं ?
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान दिन के खाने के लिए आप एक रोटी के साथ सब्जी, सलाद, दही जैसी चीजें खा सकते हैं। आप एक रोटी के साथ एक कटोरी पनीर या अंडे की भुर्जी और ग्रीन सलाद खाइए। अगर आप हल्का भोजन लेना चाहते हैं तो पनीर सलाद खा सकते हैं. आप चावल के साथ राजमा, छोले, मटर पनीर, दाल या सांभर जैसी चीजें भी लंच में शामिल कर सकते हैं।
स्नैक्स में क्या खाएं ?
स्नैक्स में आप मुट्ठीभर मखाना, मूंगफली, भुने हुए चने या एक कटोरी मुरमुरा खा सकते हैं। अगर आपको ज्यादा भूख लगती है तो 2-3 उबले अंडे का सफेद हिस्सा खा सकते हैं।
डिनर में ये अच्छे ऑप्शन
इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान डिनर में आप खिचड़ी, ओट्स, दलिया, एक कटोरी सूप, पनीर के साथ कुछ स्टर फ्राई सब्जी ले सकते हैं। अगर आपको नॉनवेज खाना पसंद है तो ग्रिल्ड चिकन या चिकन टिक्का सलाद भी अच्छा ऑप्शन है।
फास्टिंग के वक्त लें ज्यादा लिक्विड
16 घंटे की फास्टिंग के दौरान ऐसा जरूरी नहीं है कि आप पूरी तरह से भूख रहे। आप लिक्विड ले सकते हैं जैसे ग्रीन टी, ब्लैक कॉफी, छाछ या नारियल पानी। ये आपके शरीर में हाइड्रेशन लेवल को मेंटेन करेंगे और आपको एनर्जेटिक बनाए रखेंगे।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे
वजन घटाने में मददगार
इंटरमिटेंट फास्टिंग दौरान शरीर फैट स्टोर को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है, जिससे वजन तेजी से घटता है।
इंसुलिन लेवल में सुधार
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
मेटाबॉलिज्म बूस्ट
इंटरमिटेंट फास्टिंग से मेटाबॉलिज्म सुधरता है, जिससे ज्यादा कैलोरी बर्न होती हैं।
डाइजेशन सिस्टम को आराम
लगातार खाना खाने से डाइजेशन सिस्टम थकता है, जबकि फास्टिंग से उसे रिकवरी का वक्त मिलता है।
फोकस बढ़ेगा
इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर ज्यादा साफ और ऊर्जावान महसूस करता है, जिससे दिमाग का फोकस बढ़ता है।
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल
कुछ स्टडीज में पाया गया है कि फास्टिंग से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है।
सेल्स रिपेयर और डिटॉक्स प्रोसेस तेज
इंटरमिटेंट फास्टिंग से शरीर ऑटोफैगी प्रोसेस शुरू करता है, जिससे डैमेज सेल्स रिपेयर होती हैं और शरीर साफ होता है।
FAQ
सवाल – इंटरमिटेंट फास्टिंग से कितने दिनों में वजन कम होगा ?
जवाब – यह आपके बॉडी वेट, फास्टिंग पैटर्न और खाने की क्वालिटी और कैलोरी पर निर्भर करता है। 1 महीने में 2 से 5 किलो तक वजन कम हो सकता है।
सवाल – क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग से कमजोरी आती है ?
जवाब – इंटरमिटेंट फास्टिंग से शुरुआत में कुछ लोगों को कमजोरी महसूस हो सकती है, लेकिन यह स्थाई नहीं होती। यह मुख्य रूप से शरीर के खानपान के नए पैटर्न के साथ एडजस्ट होने की वजह से होता है। बाद में ये ठीक हो जाती है।
सवाल – इंटरमिटेंट फास्टिंग छोड़ने के बाद क्या वजन फिर बढ़ जाएगा ?
जवाब – अगर इंटरमिटेंट फास्टिंग छोड़ने के बाद खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वजन फिर से बढ़ सकता है।