हाइलाइट्स
- PCC चीफ पटवारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लिखा पत्र।
- आगरा-मुंबई एनएच के गणेश घाट की मरम्मत कराने की मांग।
- 109 करोड़ खर्च के बाद भी हाईवे बारिश में हो गया बर्बाद।
AB Road Indore: मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने आगरा–मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के इंदौर–खलघाट खंड की दयनीय स्थिति को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। उन्होंने गणेश घाट के री-अलाइनमेंट हिस्से के गड्ढों और खराब सड़क की तत्काल मरम्मत करने की मांग की है। पटवारी ने यह भी बताया कि इस हाइवे के क्षेत्र की खराब स्थिति से दुर्घटना का गंभीर खतरा बना हुआ है। साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले में उच्चस्तरीय जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
गणेश घाट की स्थिति अत्यंत चिंताजनक
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-3) के खस्ताहाल हिस्से की ओर तुरंत ध्यान देने की मांग की है। उन्होंने विशेष रूप से इंदौर–खलघाट मार्ग पर स्थित गणेश घाट के री-अलाइनमेंट हिस्से की दुर्दशा को उजागर किया है, जिसे उन्होंने ‘अत्यंत चिंताजनक और खतरनाक’ बताया।
109 करोड़ खर्च, 6 इंच बारिश में हाईवे खराब
पटवारी ने पत्र में उल्लेख किया कि इस खंड का निर्माण कार्य नवंबर 2024 में 109 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया था। 8.8 किलोमीटर लंबा और 10.3 मीटर चौड़ा यह मार्ग अब मात्र 6 इंच बारिश में ही बुरी तरह टूट चुका है। स्थिति इतनी भयावह है कि सड़क पर सैकड़ों गहरे गड्ढे बन चुके हैं, जिनमें से कई इतने बड़े हैं कि उनमें एक पूरी कार समा सकती है। पटवारी का कहना है कि यह केवल निर्माण की लापरवाही नहीं, बल्कि जनता की जान से खिलवाड़ है।
केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि गणेश घाट मार्ग का निर्माण महज छह महीने पहले 109 करोड़ की भारी लागत से किया गया था, लेकिन यह हिस्सा अब पूरी तरह जर्जर हो चुका है। उन्होंने कहा कि घटिया निर्माण सामग्री और संवेदनहीन लापरवाही के चलते यह राजमार्ग इतनी जल्दी टूट गया, जिससे हर दिन दुर्घटनाओं का खतरा मंडरा रहा है। कटाक्ष करते हुए पटवारी ने सवाल किया “क्या अब गड्ढों की कीमत भी 109 करोड़ रुपए हो गई है?”
आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे का गणेश घाट बनने के साथ ही बर्बाद हो गया है!@nitin_gadkari जी,
क्या गड्ढों की कीमत अब 109 करोड़ हो गई है?@PMOIndia | @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/0GPTOfW5hi— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) July 15, 2025
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का बयान दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जैसी बड़ी और प्रतिष्ठित संस्था का यह कहना कि “पहली बारिश में गड्ढे बनना सामान्य है,” बेहद ही निराशाजनक और अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। खासकर तब जब कुछ समय पहले इंदौर में घातक ट्रैफिक जाम को लेकर कोर्ट में यह सवाल उठाया गया था कि लोग घरों से बाहर क्यों निकलते हैं।
यह साफ तौर पर दिखाता है कि आम जनता की सुरक्षा और सुविधा को लेकर उनकी प्राथमिकता कितनी कम है। गणेश घाट के इस जर्जर हिस्से पर चलने वाले बस और ट्रक चालक बताते हैं कि गड्ढों की वजह से आगे चल रहे वाहन अचानक ब्रेक लगाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बना रहता है। कई जगह पैचवर्क की सामग्री भी पूरी तरह टूट चुकी है, जिससे खासकर दोपहिया चालकों के लिए फिसलने का खतरा और भी बढ़ गया है।
गंभीर अनियमितताओं की हो उच्चस्तरीय जांच
पटवारी ने अपने पत्र में बताया कि गणेश घाट के री-अलाइनमेंट वाले इस नए खंड पर प्रतिदिन 25 से 30 हजार वाहन गुजरते हैं, लेकिन गड्ढों की भरमार के कारण 8.8 किमी की दूरी तय करने में 30 से 45 मिनट तक का ज्यादा समय लग रहा है। इससे न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है।
निर्माण कार्य पूर्ण हुए अभी कुछ ही माह बीते हैं और इसकी देखरेख की जिम्मेदारी निर्माण कंपनी को पांच साल तक सौंपी गई है। इसके बावजूद जिस तरह से पैचवर्क की गुणवत्ता बेहद खराब साबित हुई है, वह सीधे-सीधे घोर लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई
जीतू पटवारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मांग की है कि इस प्रोजेक्ट में हुई वित्तीय और तकनीकी अनियमितताओं की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी अधिकारियों, ठेकेदारों व जिम्मेदार संस्थाओं पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जनता के करोड़ों रुपए की बर्बादी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए।