नई दिल्ली। Hair Care Tips: बदलता मौसम बालों का झड़ना (Hair Fall) शुरू कर देता है। ऐसे में सवाल आता है कि बालों को धोने का सही तरीका क्या है। सिर को आगे झुकाकर बाल धोना चाहिए या सिर पीछे करके, तो चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि क्या होती है इंवर्जन मैथड, जिससे कम झड़ते हैं बाल।
क्या होती है इंवर्जन मेथड – What is Imversion Method
आपने बचपन में दादी—नानी या फिर मां से अक्सर कहते सुना होगा कि सिर आगे की ओर झुका बालों को नीचे करके धोना चाहिए। पर क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे का कारण क्या है। यदि नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं।
इंवर्जन मेथड के फायदे
विशेषज्ञों के अनुसार सिर को आगे की ओर झुको रखने की प्रक्रिया इंवर्जन मेथड कहलाती है। मगर, क्या आप जानते हैं कि बचपन में दादी-नानी पीरियड्स के दौरान बाल धोने से मना क्यों करती थीं या फिर बालों को आगे की ओर लटका कर क्यों धोती थीं।
ऐसा माना जाता है कि इससे बालों का झड़ना (Hair Fall) तो कम होता ही है, शरीर में ब्लड फ्लो भी सही रहता है। इससे ब्रेन में ऑक्सीजन फ्लो भी बढ़ता है, जो एकाग्रता यानी फोकस बढ़ाने में मदद करता है। इस प्रक्रिया में बाल को धोते समय सिर को आगे की तरफ झुकाकर रखकर बाल धोए जाते हैं। इस मेथड का उपयोग कई बार लोग एक एक्सरसाइज के रूप में भी उपयोग करते हैं। इससे सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि ऐसा करने पर बालों की जड़ें एक्टिव रहती हैं, जिससे बालों की हेल्थ और ग्रोथ दोनों ही अच्छी होती है।
स्ट्रेाक सिंड्रोम का बढ़ जाता है खतरा – Risk Of Stroke syndrome
बीते साल हैदराबाद की एक महिला को सैलून में सिर पीछे की ओर लटका कर बाल धुलवाने के कारण स्ट्रोक आया था। बताया जाता था कि महिला हेयर वॉश के लिए सिर पीछे की ओर करके बैठी थी तो उसे चक्कर आने लगे। जिसके कुछ ही देर बाद उसे उल्टी होने लगी थी। जिसके बाद पता चला था कि महिला को ब्यूटी पार्लर में स्ट्रोक सिंड्रोम हुआ था।
इंवर्जन मेथड से स्ट्रोक सिंड्रोम का खतरा कम
दरअसल, काफी समय तक सिर झुकाकर रखने से महिला के सिर के सेरिबैलम पार्ट में खून के थक्के जम गए। हमारे सिर में सेरिबैलम दिमाग का वो हिस्सा होता है, जिससे रीढ़ की हड्डी भी जुड़ी होती है। चिकित्सकों की मानें तो ऐसा उस स्थिति में होता है जब मालिश करने वाला गर्दन और सिर को जोर से दबाता है। इतना ही नहीं कभी-कभी सिर पीछे लटकाने से गर्दन भी मुड़ जाती है। जिसके चलते सॉफ्ट टिशूज में चोट लग जाती है और स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ जाता है।
स्ट्रेस, माइग्रेन और गर्दन के दर्द को दूर करने में मददगार
यदि बालों को आगे की तरफ झुका कर धोया जाता है या इस पोजिशन में बैठा जाता है तो इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। जानकारों की मानें तो ऐसा हर दूसरे दिन करना चाहिए। इसे कम से कम 4 मिनट तक करने से आपकी मेंटल हेल्थ अच्छी रहती है साथ ही साथ एकाग्रता भी बढ़ेती है। अगर आप तनाव में हैं तो ऐसा करना आपके तनाव को कम करने में भी मददगार होता है। माइग्रेन या गर्दन दर्द से परेशान लोगों के लिए भी ये प्रक्रिया सहायक हो सकती है।
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क्या रात में बाल धोने से होते हैं कमजोर
क्या आप जानते हैं कि रात में बाल धोने से बाल कमजोर होते हैं। जी हां रात को बाल धोते हैं तो बाल सूखने से पहले बिस्तर पर नहीं जाना चाहिए। क्योंकि बालों के गीले होने पर उनके टूटने का खतरा ज्यादा होता है। साइंटिफिक रीजन की बात करें तो रात को बाल धोने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। जब आप लेटते हैं तो बालों पर दबाव पड़ता है। तो वहीं धार्मिक और भारतीय मान्यता की बात करें तो रात को बाल धोने से लक्ष्मी जी नहीं आतीं।
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हेयर क्यूटिकल पर तो स्ट्रेस पड़ता
जब आप रात को बाल धोकर सोते हैं तो ऐसे में संक्रमण, डैंड्रफ, सर्दी-जुकाम, एलर्जी का भी खतरा बढ़ जाता है। बालों के गीले होने पर उनकी जड़ें ऊपर उठ जाती हैं। जिससे बालों के गिरने का खतरा बढ़ जाता है। तो वहीं रात को गीले बालों में सोने पर वे उलझ जाते हैं और अगले दिन ज्यादा बाल झड़ते हैं। अगले दिन बाल कंघी करने में हेयर क्यूटिकल पर तो स्ट्रेस पड़ता ही है, साथ ही पहले से अधिक बाल झड़ने लगते हैं।
स्कैल्प पर बढ़ जाता है संक्रमण
अगर आप बालों को कई घंटों तक गीला रखते हैं तो इस कड़ीशन में स्कैल्प पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिसके कारण डैंड्रफ यानि रूसी की समस्या भी बढ़ने की संभावना रहती है। साथ ही साथ रात में बाल धोने से सर्दी-जुकाम या एलर्जी भी बढ़ सकती है। जिससे सिर में दर्द और भारीपन भी हो सकता है।
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