SWIFT Network : रूस ने यूक्रेन पर बीते गुरूवार की सुबह से हमला करना शुरू किया जो अभीतक जारी है। रूस अबतक यूक्रेन के करीब 74 सैन्य ठिकानों को तबाह कर चुका है। वही यूक्रेन का दावा है कि उन्होंने रूस के करीब 800 से अधिक सैनिक और कई लडाकू विमानों को मार गिराया है। रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए ताबातोड़ हमले की पूरी दुनिया में आलोचना की जा रही है। अमेरिका ने हमले में मारे गए आम लोगों की मौत का जिम्मेदार रूस को ठहराया है। लेकिन रूस पहले से ही दावा करता आया है कि हमने केवल यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को ही निशाना बनाया है। हम आम नागरिकों को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा रहे है।
यूक्रेन रोकना चाहता है तबाही
यूक्रेन में चारो तरफ तबाही का मंजर है। देश के चारो ओर आग की लपटे दिखाई दे रही है। यूक्रेन अपने देश में और तबाही को रोकने के लिए स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) की मदद लेना चाहता है। इसके लिए यूक्रेन ने यूरोपीय यूनियन से रूस को स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) से हटाए जाने की गुहार लगाई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दिमिर जेलेंस्की (Voldimir Zelensky) ने कहा है कि यूरोपीय यूनियन रूस के खिलाफ कठोर प्रतिबंध लगाने वाला है। वही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रोन,ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी रूस को स्विफ्ट सिस्टम से डिसकनेक्ट करने की बात कही है। तो वही वहीं जर्मनी, इटली, हंगरी ने इसकी खिलाफत की है। हालांकि यूरोपीय यूनियन इतनी जल्द कोई बड़ा फैसला नहीं ले सकता है। लेकिन पश्चिमी देशों ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उसने यूक्रेन पर फिर से हमला किया तो उसे स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) से बाहर करने के साथ-साथ कई प्रतिबंध लगाए दिए जाएंगे।
A package of additional tough sanctions against Russia from the EU is approaching. Discussed all the details with @EmmanuelMacron. We demand the disconnection of Russia from SWIFT, the introduction of a no-fly zone over Ukraine and other effective steps to stop the aggressor.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 24, 2022
क्या होता है स्विफ्ट नेटवर्क?
स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन है। स्विफ्ट नेटवर्क एक तरह से हाई सिक्योरिटी नेटवर्क होता है, जो अंतरराष्ट्रीय वित्तीय लेनदेन से संबंधित है। स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) की स्थापना 1973 में की गई थी। स्विफ्ट नेटवर्क का उपयोग वर्तमान में 200 देशों के करीब 11,000 वित्तीय संस्थानों द्वारा संदेश और पेमेंट ऑर्डर भेजने के लिए किया जाता है। यह एक तरह से ग्लोबल फाइनेंस के लिए पाइपलाइन का काम करता है। स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) बेल्जियम में एक बोर्ड द्वारा शासित है। स्विफ्ट नेटवर्क बेल्जियम के कानून के तहत आता है।
रूस का स्विफ्ट नेटवर्क किया गया डिसकनेक्ट तो क्या होगा?
यूक्रेन द्वारा की गई रूस के स्विफ्ट नेटवर्क को डिस्कनेक्ट करने की मांग को अगर मान लिया गया तो रूस विदेशी मुद्रा प्राप्त नहीं कर पाएगा। ऐसी स्थिति में रूस को दशे से पैसा बाहर और अंदर लेना असंभव हो जाएगा। अगर ऐसा होता है तो रूस की कंपनियों और उनके ग्राहकों का काफी नुकसान हो सकता है। वही रूस से सामान जैसे तेल, गैस, धातु खरीदार देशों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। कुल मिलकार स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) को रूस से डिस्कनेक्ट करने पर सभी अंतरराष्ट्रीय लेनदेन बंद हो जाएंगे। स्विफ्ट नेटवर्क (Swift Network) डिस्कनेक्ट होने से सबसे ज्यादा नुकसान संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी को होगा। क्योंकि इन देशों के बैंक, रूसी बैंकों के साथ संवाद करने के लिए स्विफ्ट नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं।