Diabetes Diet: डायबिटीज के मरीजों को अपने खान-पान में बहुत सी चीजों का ख्याल रखना होता है। कई सारी चीजों को अवॉइड करना होता है तो बहुत सारी चीजों को ना चाहते हुए भी खाना होता है। जिससे की वे नॉर्मल लाइफ जी सकें, इसलिए उन्हें अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करना चाहिए जिससे की ब्लड शुगर लेवल को कम करा जा सके। तो आज हम आपको ऐसी ही एक चीज बता रहे हैं जो कि आपके ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकते हैं, ये आपकी डायबिटीज को मौनेज करने में आपकी मदद करेगी।
तो आपको बता दें कि डायबिटीज पेशेंट अगर आपनी डाइट में आम की पत्तियों को शामिल करते हैं तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। जी हां, आम की पत्तियों में पेक्टिन, विटामिन-सी और फाइबर होता है। आम के पत्तों का पानी नियमित रूप से पीना डायबिटीज पेशेंट के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा आम की पत्तियों में अर्क (मैंगिफ़रिन) में एंजाइम अल्फा ग्लूकोसिडेज़ को निकालने की क्षमता होती है, जो आंत में कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म को कम करने में मदद करते हैं, जिसके कारण ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल होने में मदद मिलती है।
इंसुलिन प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन को करता है इंप्रूव
– आम की पत्तियां ग्लूकोज के इंसुलिन प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन को इंप्रूव करने में प्रभावी है जो कि डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
– इसके अलावा यह पत्तियां ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर करने में भी मदद करती हैं।
– आम की पत्तियां पेक्टिन, विटामिन सी और फाइबर से भरी होती हैं, जो डायबिटीज और कॉलेस्ट्रोल दोनों के लिए लाभदायक होती हैं।
– आम की पत्तियां मावन शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती है।
– इन सब के अलावा आम की पत्तियां डायबिटीज के लक्षणों को कम करने के अलावा बार-बार पेशाब आने, वजन कम होने, धुंधला दिखने जैसी समस्याओं को भी दूर करने में काफी लाभदायक होती हैं।
कैसे करें आम की पत्तियों का इस्तेमाल
डायबिटीज से बचाव के लिेए 10-15 आम की पत्तियां लें और उन्हें 100 से 150 मिली पानी में उबालें और उबालने के बाद रातभर उसे पानी में ऐसे ही रहने दें। सुबह इस पानी को छान लें और खाली पेट पानी पीएं। इस पानी को नियमित रूप से खाली पेट पीने से कुछ ही महीनों में रिजल्ट दिखने लगेंगे।
डाइट के प्रति सावधानी भी जरूरी
यदि आप डायबिटीज पेशेंट हैं, तो आपको अपनी डाइट के प्रति सावधानी रखनी होगी। अपने डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी इन्स्ट्रक्शन का सावधानीपूर्वक पालन करें। हेल्दी और बैलेंस्ड डाइट लें, रेगुलर एक्सरसाइज करें और स्ट्रेस कम लें।
नोट- ( इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई हैं, यह उपाय किसी भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है। इसलिए इसका उपयोग करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क जरुर करें। )