भोपाल। मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के सेत पुरा गांव में बोरबेल में फंसे मासूम बच्चे प्रहलाद कुशवाहा (Prahlad Today News ) को बोरबेल से बाहर निकालने के लिये रेस्क्यू लगातार जारी है। रेस्क्यू में सेना – एनडीआरएफ़ और एसडीआरई एफ़ की टीमें लगी है। जानकारी ये भी आ रही है कि प्रहलाद का रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम दौर में है और प्रहलाद किसी भी पल बोरवेल से बाहर आ सकता है। मौके पर एंबुलेंस पहुंची चुकी है साथ ही ग्राउंड जीरो पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। आप को बता दें कि प्रहलाद का बोरबेल से बाहर निकालने के लिए पिछले 77 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
NDRF और NDERF की टीम लगातार काम में जुटी
बोरवेल में गिरे मासूम को निकालने का रेस्क्यू (Prahlad Rescue) अभी भी जारी है। लगातार 74 घंटे से प्रहलाद को निकालने का काम जारी है। जानकारी ये भी आ रही है कि जमीन में लगभग 65 फीट गहरा गड्ढा किया जा चुका। बच्चे तक पहुंचने के लिए 20 फीट लंबी सुरंग खोदी गई है। लगभग 4 फीट सुरंग खोदने का काम और बाकी है। NDRF और NDERF की टीम लगातार काम में जुटी है।
मौके पर डॉक्टरों की टीम और पुलिस प्रशासन भी मौजूद
मौके पर डॉक्टरों की टीम और पुलिस प्रशासन भी मौजूद है। निवाड़ी विधायक अनिल जैन भी घटनास्थल पर पहुंचे है और अधिकारियों से रेस्क्यू के संबंध में जानकारी ली। विधायक ने बच्चे कि सलामती कि कामना कर कहा सावधनी कि दृष्टि हम एक एक कदम सोच समझ कर रख रहे है, हम बच्चे के बहुत नजदीक है। वही निवाड़ी कलेक्टर आशीष भार्गव ने बताया, “बच्चे की हालत स्थिर है, उसमें मूवमेंट नहीं है इसलिए हम कुछ कह नहीं सकते हैं। बचाव अभियान चल रहा है।”
65 फीट गहरा खोदा गया गया गड़्डा
ओरछा में बोरबेल में 46 घंटे से फंसे मासूम प्रहलाद को बाहर निकालने का रेस्क्यू जारी लगातार जारी है। बताया जा रहा है कि 200 फीट गहरे बोरबेल में दो दिन पहले खेलते हुए मासूम गिरा गया था। ‘प्रशासन के अनुसार 59 फ़ीट की गहराई पर मासूम अटका हुआ है जिसे एनडीआरएफ और सेना के निर्देशन में लगातार 46 घंटे से रेस्क्यू जारी है।
ये है मामला
4 नवबंर सुबह एक मासूम 200 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। 200 फीट गहरे बोरवेल में गिरने ( four year old innocent fell into deep feet ) के बाद गांव वालों ने इसकी सूचना दी थी। सूचना के बाद प्रशासन से बच्चे के रेस्क्यू के लिए बबीना से आर्मी टीम को बुलाया गया। आर्मी भी मौकेे पर पहुंची और बच्चे को बाहर निकालनेे का प्रयास कर रही है। बोरवेल में अंदर कैमरा भेज कर बच्चे की स्थिति जानने की कोशिश की जा रही है। बच्चे को लगातार ऑक्सीजन सप्लाई भी की जा रही है।