Zenetti Ghost Train: ट्रेन का सफर करना तो सबको काफी अच्छा लगता है वहीं भारतीय रेलवे अपने यात्रियों के लिए ट्रेनों के सफर सुगम बनाने के लिए प्रयास करते रहते है। क्या आपने सोचा है कभी अगर हम ट्रेन में सफर कर रहे है और अचानक हमारी ट्रेन चलते-चलते गायब हो जाए तो क्या होगा। घबराएं नहीं जानिए ये रहस्यमयी ट्रेन की कहानी जो 106 लोगों को लेकर चली और अचानक सुरंग में घुसते ही गायब हो गई।
क्या है भूतिया ट्रेन की कहानी
साल 1911 की बात है यहां पर यह घटना रोम में घटी जहां पर जेनेटी नाम की एक ट्रेन साल 1911 में रोमन स्टेशन से रवाना हुई थी। जिस ट्रेन में 106 यात्रियों का जत्था सवार हुआ था। बताया जाता है कि, ये ट्रेन रोम के मिलान (Milan) से निकलकर एमिलिया रोमाग्ना (Emilia-Romagna) स्टेशन से होते हुए लोम्बार्डी (Lombardy) जाने के लिए 1911 में निकली थी। इसके लिए कंपनी ने यात्रियों के सफर को सुगम बनाने के लिए एक खास एडवर्टाइजिंग कैम्पेन निकाली थी। उन्होंने एक टूरिस्ट ट्रेन के लिए नए लग्जरियस डिब्बे बनाए थे। ये ट्रेन मिलान सहित, लाजियो, उम्ब्रिया, टस्कनी आदि स्टेशन्स पर जाने वाली थी।
जानिए क्या हुआ उस दिन
यहां पर रोमन स्टेशन से रवाना हुई ट्रेन को एक सुरंग से होकर गुजरना था, लेकिन यह ट्रेन जैसे ही सुरंग में घुसी, वो अचानक गायब हो गई। इस दौरान ट्रेन की काफी खोजबीन की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। बताया जाता है कि, यहां पर एमिलिया से लेकर लोम्बार्डी तक के बीच में एक किलोमीटर से ज्यादा लंबी एक सुरंग थी। उस दौरान ये दुनिया की सबसे लंबी सुरंगों में से एक थी जिन्हें पहाड़ काटकर बनाया गया था। यहां पर ट्रेन को देखने आए लोग जो सुरंग के उस पार खड़े थे वे इस ट्रेन को देखने के लिए इंतजार करते ही रह गए। आगे हुआ ये कि, उसी ट्रेन में सवार दो लोग सुरंग के बाहर मिले थे। इस दौरान उन्होंने एक ऐसी हैरतअंगेज घटना बताई कि सभी सन्न रह गए थे। उनका कहना था कि जैसे ही ट्रेन सुरंग के पास आई, वहां से एक रहस्यमयी धुंआ निकल रहा था। इसको देखकर वो काफी घबरा गए और ट्रेन के कूद गए। इसके बाद ट्रेन सुरंग में घुसी और वो वापस कभी निकली ही नहीं।
पागल हालात में मिले थे यात्री
आपको बताते चलें कि, मेक्सिको की एक डॉक्टर ने दावा किया था कि वो जिस अस्पताल में काम करती है, वहां रहस्यमयी तरीके से 104 लोगों को भर्ती कराया गया था। लेकिन वो सारे के सारे पागल हो गए थे। हालांकि वो इतना जरूर बता पा रहे थे कि वो ट्रेन से यहां तक आए हैं। लेकिन सबसे हैरानी की बात तो ये थी कि उस समय कोई भी ऐसी ट्रेन नहीं बनी थी, जो रोम से सीधे मेक्सिको तक जाए।