CG Congress Protests: छत्तीसगढ़ बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गई थी। इसके विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। हालांकि प्रदेश में कई जगहों पर कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन फ्लॉप रहा।
बता दें कि पीसीसी चीफ दीपक बैज के निर्देशन में प्रदेश के सभी जिलों में रविवार को धरना प्रदर्शन (CG Congress Protests) किया गया। इस दौरान रायपुर और जगदलपुर में कांग्रेसी जुट ही नहीं पाए। वहीं बलरामपुर और जांजगीर-चांपा में जरूर प्रदर्शन का असर दिखा। जहां धारना स्थल पर कांग्रेसी जुटे और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
कल अभनपुर में होगा प्रदर्शन
कांग्रेस का अगला धरना प्रदर्शन (CG Congress Protests) सोमवार को अभनपुर में आयोजित किया जाएगा। कांग्रेस ने पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत का जिम्मेदार सरकार को माना है। इस मामले में बलरामपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था संभाल नहीं पा रही है, इसके कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हुई है। प्रदेश में लगातार अपराध भी बढ़ रहे हैं।
मामले की जांच कराकर आश्रितों को दें नौकरी
जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि गुरु चंद मंडल के परिवार वालों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए। सरकार (CG Congress Protests) के द्वारा उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दें। इसी के साथ ही इस मामले की जांच हाईकोर्ट के जज की निगरानी में कराई जाए। शव का पीएम दोबारा से कराए जाने की मांग की है।
बीजेपी सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद
इधर जांजगीर-चांपा में भी कांग्रेसियों ने धरना प्रदर्शन (CG Congress Protests) किया। कांग्रेसियों का कहना है कि बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत और कबीर आश्रम पर हमला बीजेपी सरकार की विफलता को बताता है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत खराब है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सरकार आने के बाद से लगातार अपराध बढ़े हैं। प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की मांग
इस मामले में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने हाईकोर्ट के जज की निगरानी में जांच कराने की मांग (CG Congress Protests) की है। इसी के साथ ही पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी और टीआई पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में पुलिस की संदिग्ध भूमिका है, सभी पर कार्रवाई हो।
कांग्रेस के सरकार से पांच सवाल
पीसीसी चीफ ने पूछा है कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को 24 घंटे से ज्यादा हिरासत (CG Congress Protests) में नहीं रख सकती है। गुरुचरण मंडल, उनके पिता और एक अन्य को चार दिन तक हिरासत में क्यों रखा। 24 घंटे के अंदर कोर्ट क्यों नहीं भेजा ?
उन्होंने आरोप लगाया कि मृतक के पास टॉवेल नहीं था, उसके पिता ने ऐसा बताया, उसके पास तौलिया कहां से आया ?
मृतक के शरीर का पंचनामा परिजनों और परिचितों के सामने नहीं किया गया, क्या छुपाया गया?
परिजन मृतक के शव को दफनाने की मांग कर रही थी, पुलिस जलाना क्यों चाहती थी, हालांकि बाद में दबाव आने पर दफनाया।
मृतक के शव को थाने से अस्पताल ले गए, लेकिन उसके पिता को उसकी मौत की जानकारी थाने में क्यों नहीं दी?
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