ULI For Loan: अब आपको पर्सनल, कार या होम लोन के लिए बैंकों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। भारत सरकार लोन प्रोसेस को आसान करने के लिए UPI की तरह यूनिफाइड लैंडिंग प्लेटफॉर्म (ULI) लेकर आ रही है। इससे लोन लेना बेहद आसान होने वाला है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर ने की घोषणा
यूनिफाइड लैंडिंग प्लेटफॉर्म की घोषणा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसकी घोषणा की। शक्तिकांत दास ने बताया कि पिछले साल अगस्त में रिजर्व बैंक ने फ्रिक्शनलेस क्रेडिट के लिए एक टेक्निकल प्लेटफॉर्म का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। 1 साल के दौरान इस प्लेटफॉर्म पर किसान क्रेडिट कार्ड लोन, डेयरी लोन, MSME लोन, पर्सनल लोन और होम लोन पर फोकस किया।
ULI से क्या होगा फायदा
फौरन लोन देने वाले एप्स पर भारत सरकार और RBI का अभी लिमिटेड कंट्रोल है। वहीं ULI प्लेटफॉर्म पर बेस्ट एप सरकार सीधे निगरानी रखेगी। जैसे आप पिन डालकर UPI पेमेंट करते हैं। वैसे ही पिन डालकर लोन भी ले पाएंगे। ये लोन आपके बैंक अकाउंट से लिंक होगा।
क्रेडिट प्रोसेसिंग को आसान बनाएगा ULI
यूनिफाइड लैंडिंग इंटरफेस (ULI) को लोन लेने की प्रोसेस, पेपर वर्क और लगने वाले वक्त को कम करने के लिए बनाया गया है। ये ओपन आर्किटेक्चर को ओपन एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (API) के साथ मिलाता है, जिससे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल में आसानी से जुड़ सकते हैं।
कैसे काम करेगा ULI
ULI एप आधार, E-KYC, राज्य सरकार के लैंड रिकॉर्ड, पैन वैलिडेशन और अकाउंट एग्रीगेटर सहित अलग-अलग सोर्स से डेटा कलेक्ट करेगा। इसके साथ ही इसे डेयरी सहकारी समितियों से दूध के डेटा और घर या संपत्ति सर्च डेटा जैसी सर्विस के साथ भी जोड़ा जाएगा।
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2016 में हुई थी UPI की लॉन्चिंग
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को अप्रैल 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने लॉन्च किया था। अपनी 8 साल की यात्रा में UPI को काफी सफलता मिली है। जुलाई 2024 में UPI के जरिए 1444 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए हैं। इस दौरान टोटल 20.64 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई है।