नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय ने एक योग प्रोटोकॉल विकसित किया है जो रोजाना काम Y-Break App की दिनचर्या के साथ तालमेल बनाते हुए पेशेवरों को तनाव घटाने और फिर से काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है। आसन, प्राणायाम और ध्यान सहित पांच मिनट का प्रोटोकॉल एक ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगा। आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल बुधवार को इस ऐप की शुरुआत करेंगे।
आयुष मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि योग प्रोटोकॉल के जरिए काम की दिनचर्या के साथ सहजता से तालमेल बनाया जा सकता है और यह पेशेवरों को तरोताजा रखने, तनाव घटाने तथा फिर से ध्यान केंद्रित करने में मदद करता Y-Break App है।
आयुष मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) Y-Break App और कृष्णमाचार्य योग मंदिरम-चेन्नई, रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान-बेलूर मठ, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और स्नायु विज्ञान संस्थान (निमहांस) बेंगलुरु और कैवल्यधाम स्वास्थ्य और योग अनुसंधान केंद्र-लोनावाला जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने ‘वाई-ब्रेक’ नामक इस ऐप को विकसित करने में प्रमुख भूमिका निभाई है।
यह आईओएस और एंड्रॉइड दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। योग विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे Y-Break App समय तक लगातार बैठे रहने और गतिहीन कार्य ने पेशेवरों की काम करने की आदतों को महत्वपूर्ण रूप से बदल दिया है, जिससे वे तनाव के शिकार हो गए हैं। यह न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।
यह देखा गया है कि कॉरपोरेट क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवर अक्सर तनाव का Y-Break App अनुभव करते हैं जो उनकी कार्य उत्पादकता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। पांच मिनट के प्रोटोकॉल का उद्देश्य कार्यस्थल पर लोगों को योग से परिचित कराना है।
यह कार्य से पांच मिनट के ब्रेक Y-Break App के विचार को बढ़ावा देता है ताकि तरोताजा होने, तनाव घटाने और फिर से काम पर ध्यान केंद्रित करने के लिए योग का अभ्यास किया जा सके। अधिकारी ने कहा कि प्रोटोकॉल में ताड़ासन और कटी जैसे व्यायाम शामिल हैं।