World’s First Website: आज पूरी दुनिया में फेले इंटरनेट के जाल में 100 करोड़ से भी अधिक वेब पेज मौजूद हैं। ठीक 30 साल पहले मुड़कर देखें तो पता चलता है उस समय के दौर में एक भी वेबपेज नहीं था. उसी जमाने में तारीख थी 23 अगस्त 1991, ये वो एतिहासिक तारीख थी जिस दिन दुनिया की पहली वेबसाइट लॉन्च की गई और इस वेबसाइट का एड्रेस था http://info.cern.ch/ इसके निर्माता थे WWW के पितामह टिम बर्नर्स ली ने. आइये जानते हैं इस दुनिया की पहली वेबसाइट के बारे में और जानते हैं, कितनी अलग और खास थी यह वेबसाइट…
क्यों बनाई गई थी वेबसाइट world’s first website
यूरोपियन काउंसिल फॉर न्यूक्लियर रिसर्च CERN नाम की कंपनी में टिम बर्नर्स ली सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नियुक्त थे.इस दौरान टिम ने देखा कि कंपनी के कर्मचारी आंकड़े, जानकारी और कई तरह की बातों को बताने के लिए मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. इसके साथ ही न केवल वो परेशान होते हैं बल्कि इसके कारण उनका बहुत ज्यादा समय भी बरबाद होता है। टिम ने साथ में ये भी देख कि, अलग-अलग कम्प्यूटर में डाटा तो मौजूद होता बस उसे दूसरे सिस्टम या लोगों तक पहुंचाना है। फिर क्या टिम इसी उपाय में लग गए और इस युक्ति के समाधान के लिए www खोज ड़ाला।
जानिए दुनिया की पहली वेबसाइट
चुकि टिम CERN नाम की कंपनी में काम करते थे इसलिए इस वेबसाइट को यूरोपियन काउंसिल फॉर न्यूक्लियर रिसर्च CERN के वैज्ञानिक ही इसे चला सकते थे. इसी लिए इसका नाम भी इसी संस्थान के नाम पर रखा था.
दुनिया का पहला वेबपेज जो कि सर्न के नाम से जाना जाता था आम लोगों के लिए 23 अगस्त 1991 को आम लोगों के लिए लॉन्च कर दिया गया . इसे वो एक्सेस करने लगे. इस तरह दुनिया की पहली वेबसाइट बनी और लॉन्च हुई.
इस पहली वेबसाइट में संस्थान और उससे जुड़ी जानकारियों थीं जिसे पूरी दुनिया के लोग देख सकते थे.इसके साथ ही वेबसाइट ओपन करने पर सबसे पहले वेबसाइट की मेनस्क्रीन पर उसे इस्तेमाल करने का तरीका बताया जाता था. जिसकी मदद से आम लोगों ने वेबसाइट को इस्तेमाल करने का तरीका सीखा.
क्यों पड़ी थी जरूरत इसे बनाने की
वो ऐसा दौर था जब वैज्ञानिक भी एक-दूसरे से बात करने और जानकारी साझा करने के लिए टेलीफोन पर निर्भर थे, लेकिन शीतयुद्ध(वो युद्ध जिसमें अमेरिका और रूस के बीच पूरी दुनिया बंट गई थी) के दौरान हालात और बिगड़े. टेलीफोन पर बात करना सुरक्षित नहीं रह गया. फोन टैप किए जाने लगे. इस समस्या को हल करने के लिए दुनियाभर के कम्प्यूटर को जोड़ने की मांगने उठने लगी.
ऐसी तमाम मुश्किलों को दूर करने के लिए टिम ने समाधान ढूंढा. उन्होंने वेबसाइट को तैयार करने की ठानी. 1989 तक उन्होंने वेबसाइट की बेसिक कोडिंग के साथ HTML, HTTP और URI मॉडल बना लिए थे. टिम ने इसे वर्ल्ड वाइड वेब का नाम दिया. पहली वेबसाइट का नाम रखा- info.cern.ch.
ये रही दुनिया की पहली वेबराइट ऐसी दिखती है ये
आज इंटरनेट पर हर चीज से जुड़े सैकड़ों पेज उपलब्ध हैं जहां से पलभर में हर जरूरी जानकारी हासिल कर ली जाती है, लेकिन पहले यह काम बहुत मुश्किल था जिसे टिम ली की खोज ने आसान बनाया.