World Senior Citizens Day: आज विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस है। भारत में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अनुमान है कि 2050 तक ये 240 मिलियन हो जाएंगे। ऐसे में बुजुर्गों की सुरक्षा, चिकित्सा और गुजारे का प्रबंध करना जरूरी होगा। भारत सरकार ने 2007 में माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम पारित किया था। इन कानूनों की मदद से बुजुर्ग अपनी मदद खुद कर सकते हैं।
60 साल से ज्यादा उम्र वालों के लिए कानून
भारत सरकार के कानून का लाभ 60 साल से ज्यादा उम्र वालों को ही मिलेगा। धारा-2 डी के तहत जन्मदाता माता-पिता, दत्तक संतान ग्रहण करने वाले और सौतेले माता-पिता को फायदा मिलेगा। धारा-2 (जी) उनके लिए है जिनके बच्चे नहीं हैं। इसमें उनके भरण-पोषण की जिम्मेदारी उनकी संपत्ति के हकदार संबंधी उठाएंगे।
कानून के मुताबिक बुजुर्गों के अधिकार
अगर बुजुर्गों की देखरेख उनके बच्चे या संबंधी नहीं कर रहे हैं तो वे SDM कोर्ट में शिकायत कर सकते हैं। प्रार्थना पत्र स्वयं या किसी NGO के जरिए दे सकते हैं। ऐसे मामलों में ट्रिब्यूनल खुद संज्ञान ले सकता है।
बच्चों या संबंधियों को नोटिस मिलने के बाद 90 दिन के अंदर फैसला हो जाता है। अपवाद की स्थिति में 30 दिन का अतिरिक्त समय लग सकता है।
माता-पिता चाहें तो अपने सभी बच्चों या किसी एक के खिलाफ भी प्रार्थना पत्र दे सकते हैं।
अंतरिम गुजारा भत्ते की राशि ट्रिब्यूनल 10 हजार रुपए तक तय कर सकता है। भत्ता नहीं देने पर बच्चों को जेल भी हो सकती है।
ट्रिब्यूनल प्रार्थना पत्र को समझौते के लिए नामित अधिकारी के पास भी भेज सकता है।
जिन माता-पिता ने अपनी संपत्ति बच्चों के नाम कर दी है और वे उनकी देखरेख नहीं कर रहे हैं तो ऐसे में संपत्ति वापस माता-पिता के नाम करने का प्रावधान है।
बुजुर्ग खुद की सुरक्षा के लिए इन बातों का रखें ध्यान
घर में नया कर्मचारी रखने से पहले पुलिस वेरीफिकेशन जरूर कराएं।
घर की कुछ अतिरिक्त चाबियां सीक्रेट जगह पर रखें, CCTV भी लगवाएं।
घर के बाहर जाएं तो पड़ोसी और गार्ड को खबर और मोबाइल नंबर दें।
अपना ATM पिन और OTP किसी को न बताएं।
अज्ञात व्यक्ति दरवाजे पर आए तो दरवाजा न खोलें।
अज्ञात व्यक्ति के सामने रुपए और संपत्ति के बारे में चर्चा करने से बचें।
सुरक्षित वेबसाइट से ही ऑनलाइन शॉपिंग करें।
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किसी भी तरह की परेशानी में मदद के लिए हेल्पलाइन
अगर आपके बच्चे आपको प्रताड़ित कर रहे हैं या आप किसी मुसीबत में हैं तो हेल्पलाइन नंबर 1800-180-1253 पर संपर्क करके मदद मांग सकते हैं।