हैदराबाद, 11 जनवरी (भाषा) अयोध्या में राम मंदिर की बुनियाद पर काम इस महीने शुरू होगा और मंदिर परिसर का निर्माण करीब साढ़े तीन वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है। यह बात श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के खजांची स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज ने कही।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘बुनियाद किस तरह से बने, उस पर हाल में निर्णय किया गया है। खुदाई शुरू हो गई है लेकिन वास्तविक बुनियाद निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। यह इसी जनवरी में शुरू होगा।’’
उनसे पूछा गया था कि क्या औपचारिक रूप से मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है और अगर नहीं तो यह कब शुरू होगा।
परियोजना की पूरी लागत के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उनका ‘‘अनुमान’’ है कि परिसर के अंदर मुख्य मंदिर के निर्माण में 300 से 400 करोड़ रुपये की लागत आनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरी लागत 1100 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है जिसमें मुख्य मंदिर पर 300 से 400 करोड़ रुपये और परिसर के अंदर 67 एकड़ के विकास का खर्च भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण तीन से साढ़े तीन वर्ष के अंदर पूरा होने की उम्मीद है।
गिरि जी महाराज ने कहा कि सौ करोड़ रुपये से अधिक का चंदा इकट्ठा हो गया है।
यह पूछने पर कि क्या मंदिर निर्माण के लिए विदेशों से भी चंदा स्वीकार किया जाएगा तो उन्होंने कहा कि वर्तमान में उन्हें इसकी अनुमति नहीं है क्योंकि एफसीआरए (विदेशी चंदा विनियमन कानून) की सुविधा नहीं है।
उन्होंने कहा कि दो महीने में एफसीआरए सुविधा मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि सभी से चंदा मिल रहा है इसलिए मंदिर पूरे देश का है।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निधि समर्पण अभियान के तेलंगाना के समन्वयक बी. रमेश ने कहा कि चंदा जुटाने के अभियान के तहत वे राज्य में तीन करोड़ हिंदू परिवारों से संपर्क करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम जन्मभूमि में पांच अगस्त को भूमि पूजन और शिला पूजन किया था।
भाषा नीरज नीरज माधव
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