लखनऊ, 14 जून (भाषा) अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन खरीद में कथित घोटाले के विरोध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें हिरासत में ले लिया।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने कहा कि घोटाले के खिलाफ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा अटल पाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहीं पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बल प्रयोग किया जिसमें कई कार्यकर्ता चोटिल हो गईं। उन्होंने बताया कि बाद में पुलिस ने प्रदर्शन कर रहीं महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया। कुमार ने आरोप लगाया कि मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने दो करोड़ रुपये की जमीन महज पांच मिनट के अंदर 18 करोड़ रुपये में खरीद ली। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के लोग भगवान राम के नाम पर आखिर यह कौन सा धंधा कर रहे हैं।
इस सवाल पर कि जब कथित घोटाले के मामले में मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों का नाम सामने आ रहा है तो इसके खिलाफ मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करने का क्या औचित्य है, कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद विश्वस्त अधिकारी रहे नृपेंद्र मिश्रा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के मुखिया हैं और सरकार यह स्पष्ट करे कि क्या इस घोटाले का संबंध प्रधानमंत्री कार्यालय तक है।
उन्होंने कहा कि अगर इस घोटाले से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है तो वह सार्वजनिक तौर पर कहे कि मंदिर ट्रस्ट के गठन में उसकी कोई भूमिका नहीं है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और सपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री पवन पांडे ने रविवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और सदस्य अनिल मिश्रा पर गत 18 मार्च को अयोध्या में मात्र पांच मिनट के भीतर दो करोड़ रुपये की जमीन को 18 करोड़ रुपये में खरीदकर घोटाला करने का आरोप लगाया। इसे लेकर फिलहाल विपक्ष सत्तारूढ़ भाजपा पर हमलावर है।