Winter Solstice 2020: आज यानी 21 दिसंबर को साल 2020 का सबसे छोटा दिन और लंबी रात होगी। इस खगोलीय घटना को विंटर सॉल्सटिस (Winter Solstice) कहते हैं। इस दिन सूर्य कर्क रेखा से मकर रेखा की तरफ उत्तरायण से दक्षिणायन की ओर प्रवेश करता है।
इस समय सूर्य की किरणें बहुत कम समय के लिए पृथ्वी पर पड़ती हैं। इसके बाद ठंड भी काफी बढ़ जाती है। इस घटना के बाद पृथ्वी पर चंद्रमा की रोशनी ज्यादा देर तक रहने लगती है। जबकि सूर्य की रोशनी बहुत कम समय तक पृथ्वी पर पड़ती है। आज से नॉर्थ हेमीस्फेयर में सर्दियों की शुरुआत और साउथ हेमीस्फेयर में गर्मियों की शुरुआत माना जाता है। विंटर सॉल्सटिस को लेकर भी गूगल ने डूडल बनाया है।
ये है वैज्ञानिक कारण
दरअसल विंटर सॉल्सटिस का वैज्ञानिक कारण ये है कि, पृथ्वी अपने घूर्णन के अक्ष पर लगभग 23.5 डिग्री झुकी हुई होती है। इसी झुकाव के कारण प्रत्येक गोलार्ध को सालभर अलग-अलग मात्रा में सूर्य का प्रकाश मिलता है।
विंटर सॉल्सटिस के विपरीत 20 से 23 जून के बीच समर सोल्सटिस (Summer Solstice) भी होता है। यह साल का सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होती है। 21 मार्च और 23 सितंबर को दिन और रात का समय बराबर होता है।
इन देशों में आज सबसे बड़ा दिन
उत्तरी गोलार्ध यानी नॉर्थ हेमीस्फेयर (Northern Hemisphere) वाले देशों में आज साल का सबसे छोटा दिन है, वहीं दक्षिणी गोलार्ध यानी साउथ हेमीस्फेयर (Southern Hemisphere) वाले देशों में आज साल का सबसे बड़ा दिन है। न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसे देशों में आज साल का सबसे बड़ा दिन होगा।
नॉर्थ हेमीस्फेयर साल में छह महीने सूरज की ओर झुका होता है। जिससे यहां सीधा सूरज की रोशनी आती है। इस दौरान नॉर्थ हेमीस्फेयर के इलाकों में गर्मी का मौसम रहता है। बाकी के छह महीनों के दौरान इन इलाकों की सूरज से दूरी बढ़ जाती है और दिन छोटे होने लगते हैं।