जानना जरूरी है: टीवी स्क्रीन पर क्यों फ्लैश होता है ये नंबर?, जानिए इसके पीछे की वजह

नई दिल्ली। कहा जाता है कि मानव इतिहास में मनोरंजन का सिलसिला बहुत पहले से चला आ रहा है। समय-समय पर केवल इसका माध्यम बदला है। वर्तमान में जैसे हम मनोरंजन के लिए मोबाइल स्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं। उसी तरह कुछ साल पहले तक हम टीवी चैनल देखकर मनोरंजन किया करते थे। आज भी हम परिवार के साथ घर में बैठकर टीवी चैनल देखते हैं। कभी क्रिकेट, तो कभी मूवी या फिर कोई फेवरेट शो। लेकिन क्या कभी आपने गौर किया है कि टीवी स्क्रीन पर कुछ अलग से नंबर बीच-बीच में आते रहते हैं। यह देखकर आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ये नंबर टीवी स्क्रीन पर क्यों आते हैं?
प्रत्येक सेट-टॉप बॉक्स का अपना नंबर होता है
बतादें कि ये नबंर अलग-अलग टीवी सेट्स पर अलग-अलग होते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस कंपनी का सेट-टॉप बॉक्स इस्तेमाल कर रहे हैं। किसी भी कंपनी की सेट-टॉप बॉक्स क्यों न हो टीवी स्क्रीन पर आपको नंबर जरूर दिखेंगे। बतादें कि इस नंबर को VC नंबर यानि व्यूइंग कार्ड नंबर (Viewing Card Number) कहा जाता है।
इस वजह से स्क्रीन पर नंबर फ्लैश होता है
इस नंबर का टीवी स्क्रिन पर फ्लैश होने के पीछे एक खास वजह है। बतादें कि आज के समय में टीवी कंटेट चोरी होने का बड़ा खतरा रहता है। क्योंकि लोग इस कंटेट को चोरी करके यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाल देते हैं। बतादें कि ये सभी काम पायरेसी के दायरे में आती है। इसे रोकने के लिए ही आपकी टीवी स्क्रीन पर यह खास नंबर फ्लैश किया जाता है।
इसमें उपभोक्ता की जानकारी होती है
किसी भी टीवी स्क्रीन पर दिखने वाले ये नंबर सेट-टॉप बॉक्स की यूनिक आईडी होती है। इसमें उपभोक्ता की जानकारियां शामिल होती है। जैसे नाम और पता। अगर कोई भी टीवी पर चल रहे किसी भी शो की रिकॉर्डिंग करता है, तो ये नंबर उसमें दर्ज हो जाएंगे। जब कोई भी शख्स उस रिकॉर्डेड वीडियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करेगास तो चैनल उस नंबर के सहारे उसकी पहचान कर लेगा।
भविष्य में शेयर करने से बचें, नहीं तो…
इस नंबर से पता लग जाएगा कि इस शो की रिकॉर्डिंग कहां हुई थी। इस तरह इस नंबर के सहारे पायरेसी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई आसानी से की जाती है। क्योंकि आज के डिजिटल दौर में कोई भी किसी भी टीवी चैनल पर चलने वाले शो का वीडियो रिकार्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर कर दे रहा है। लेकिन उसे नहीं पता कि इस यूनिक नंबर की पहचान होने के बाद सोशल मीडिया पर इसे फैलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।